रेटिंग : 2.5/5
स्टार कास्ट : वरुण धवन, जैकलीन फर्नांडिज, तापसी पन्नू, अनुपम खेर, उपासना सिंह, राजपाल यादव, पवन मल्होत्रा, अली असगर, विवान भतेना
डायरेक्टर : डेविड धवन
म्यूजिक : साजिद-वाजिद, मित ब्रदर्स, संदीर शिरोडकर, अनु मलिक
प्रोड्यूसर : साजिद नाडियाडवाला
जॉनर : कॉमेडी ड्रामा
डायरेक्टर डेविड धवन की फिल्म जुड़वां 2 सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है।डायरेक्टर डेविड धवन की फिल्म जुड़वां 2 सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। 2014 में डेविड के डायरेक्शन में बनी फिल्म मैं तेरा हीरो आई, इसके तीन साल बाद उनके डायरेक्शन में बनीं फिल्म जुड़वां 2 आई है। 1997 में आई फिल्म जुड़वां की रिमेक है फिल्म जुड़वां 2, जिसमें कुछ भी नयापन नहीं है।
स्क्रिप्ट और एडिटिंग दोनों ही बेहद कमजोर हैं।फिल्म की कहानी शुरू होती है मुंबई के एक बिजनेसमैन मल्होत्रा (सचिन खेडेकर) से जिसकी वाइफ प्रेग्नेंट है, जो फ्लाइट से वाइफ का इलाज कराने आ रहा है। इसी बीच एक गुंडा खुद को पुलिस से बचाने के लिए उस बिजनेसमैन के बैग में हीरे रख देता है। बिजनेसमैन वाइफ को लेकर अस्पताल पहुंचता है, जहां वे जु़ड़वां बेटों को जन्म देती हैं।
वहीं, गुंडा भी अस्पताल अपने हीरे लेने आता है। बिजनेसमैन और गुंडे में झड़प होती है। हीरे लेने आए गुंडे को बिजनेसमैन पुलिस के हवाले कर देता है। इसी बीच वो गुंडा मौका पाकर बिजनेसमैन के जुड़वां बच्चों में से एक को लेकर भाग जाता है। उस बच्चे को वो रेलवे ट्रैक पर छोड़कर देता, जिसे एक महिला बचा लेती है और उसे पालती है, जो बड़े होकर राजा (वरुण धवन) बनता है।
वहीं, दूसरी और अपने बेटे को मरा हुआ समझकर बिजनेसमैन वाइफ और एक बेटे को लेकर लंदन चले जाता हैं। उनका बेटा बड़ा होता और प्रेम (वरुण धवन) नाम से जाना जाता है। दोनों की परवरिश अलग-अलग तरीके से होती है। एक भाई कमजोर तो दूसरा शक्तिशाली होता है। एक भाई शरीफ तो दूसरा गुंडा बन जाता है। लड़ाई के दौरान राजा एक की जमकर पिटाई कर देता है।
खुद को पुलिस से बचाने के लिए वो लंदन भाग जाता है। चूंकि, दोनों भाई में कनेक्शन होता है इसलिए एक को चोट लगने पर दूसरे को दर्द महसूस होता है। दोनों के साथ इसी तरह की कई घटनाएं घटती हैं। इस बीच उनकी जिंदगी में समारा (तापसी पन्नू) और अलिष्का (जैकलीन फर्नांडिज) आती हैं। दोनों भाई कैसे मिलते हैं, क्या वो उस शख्स को सबक सिखा पाते जिसने राजा से उसका बचपन छीन लिया?
समारा और अलिष्का के बीच राजा और प्रेम को लेकर गलतफहमी कैसे दूर होती है? इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी।फिल्म का डायरेक्शन अच्छा है, लेकिन लिखावट कमजोर है, इसे और बेहतर बनाया जा सकता था। फिल्म में कुछ पंच है, जिसे सुनकर हंसी आती है। फिल्म के डायलॉग्स भी घिसे-पिटे हैं, पहली वाली फिल्म यानी जुड़वा के मुकाबले ये फिल्म खास नहीं हैं।
स्क्रीनप्ले और बेहतर हो सकता था। फिल्म में स्टार्स की भरमार है, जिन्हें और बेहतर तरीके से सजाया जा सकता था। ये फिल्म 1997 में आई फिल्म जुड़वां की रिमेक है, जो लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती है। फिल्म की स्क्रिप्ट और एडिटिंग दोनों ही बेहद कमजोर है। इंटरवेल के बाद फिल्म में सलमान खान भी कुछ मिनट के लिए नजर आते हैं। इस सीन में वरुण और सलमान दोनों ही जुड़वां नजर आते हैं।
फिल्म में वरुण धवन ने अपना किरदार अच्छी तरह से निभाया है, जिसे और बेहतर किया जा सकता था। राजपाल यादव ने नंदू का किरदार निभाया है, जो जुड़वां में शक्ति कपूर ने निभाया था। फिल्म में जॉनी लिवर भी थोड़ी देर के नजर आते है। वहीं, फिल्म में जैकलीन फर्नांडिज और तापसी पन्नू का काम अच्छा है, लेकिन फिल्म में दोनों के पास करने के लिए कुछ खास नहीं है। अनुपम खेर और पवन मल्होत्रा का रोल भी ठीक ही है।
फिल्म में संगीत ठीक-ठाक ही है। फिल्म के दो गाने ऊंची है बिल्डिंग और टन टनाटन टनटन तारा पुरानी फिल्म से लिए है, जिन्हें न्यू स्टाइल में दिखाया गया है। इन गानों के अलावा कोई भी गाना याद रखने लायक नहीं है। फिल्म में गानों को लंबाई बहुत ज्यादा है, जिसकी वजह से फिल्म लंबी हो गई है।यदि आप वरुण धवन के दीवाने है और बिना सिर-पैर की फिल्म देखना पसंद करते हैं तो ही इसे देखने जाए अन्यथा नहीं क्योंकि इसमें कुछ भी नयापन नहीं है।