क्रिटिक रेटिंग : 3/5
डायरेक्टर : नागेश कुकनूर
स्टार कास्ट : कृष छाबरिया, हेतल गड्डा, विपिन शर्मा, गुलफाम खान, विभा छिब्बर
प्रोड्यूसर : मनीष मुंद्रा, नागेश कुकनूर, इलाही हेपतुल्ला
म्यूजिक डायरेक्टर : तापस रेलिया
जॉनर : रोड मूवी
धनक एक रोड मूवी है, जिसमें एक बहन अपने बचपन से ही दिव्यांग अपने भाई की आंखें पाने के लिए हरसंभव कोशिश करती है।नागेश कुकनूर एक फेमस फिल्मकार हैं जिन्हे उनकी फिल्मों ‘डोर’ ‘इकबाल’ ‘रॉकफोर्ड’ ‘हैदराबाद ब्लूज’ के लिए बखूब जाना जाता है, उनकी कहानियां जिंदगी के किसी ख़ास पहलू के इर्द-गिर्द जरूर घूमती नजर आती हैं। इस बार भी ऐसी ही एक फिल्म नागेश ने बनाई है, आइए जानते हैं आखिर कैसी है ‘धनक’ –
यह कहानी राजस्थान के एक गांव में रहने वाले छोटू (कृष छाबरिया) और उसकी बहन परी (हेतल गड्डा) की है। बचपन में मां-बाप के देहांत के बाद इन दोनों के चाचा (विपिन शर्मा) ने इन्हें पुष्कर से लाकर अपने घर में शरण दी और लालन-पालन करते हैं। छोटू का पसंदीदा एक्टर सलमान खान और परी का शाहरुख खान है।
छोटू बचपन से ही आंखों से दिव्यांग है और एक दिन जब परी को एक पोस्टर के माध्यम से पता चलता है की शाहरुख खान उसके भाई की आंख के लिए कुछ कर सकता है, तो वह अपने भाई की आंख वापस लाने का उपाय सोचने लगती है। फिर दोनों भाई-बहन पास के गांव में शूटिंग कर रहे शाहरुख खान से मिलने की कोशिश करने लगते हैं। अब क्या परी अपनी कोशिश में सफल हो पाती है? इसका पता आपको फिल्म देखकर ही चलेगा।
एक बार फिर से फिल्म के डायरेक्शन में नागेश ने कमी नहीं छोड़ी है। राजस्थान के लोकशन्स और फिल्मांकन काबिल-ए-तारीफ़ है। फिल्म की लिखावट और एडिटिंग के साथ-साथ इमोशंस को कैमरे में बखूबी कैद किया गया है। इन दोनों छोटे बच्चों से एक्टिंग निकलवाना भी मुश्किल रहा होगा, लेकिन फिल्म देखते वक्त सब कुछ ऐसा था, जिससे खुद को आसानी से कनेक्ट किया जा सकता था।
हालांकि फिल्म का सेकंड हाफ लंबा दिखाई पड़ता है, जिसे और मजबूत किया जा सकता था।फिल्म में दोनों बच्चों कृष छाबरिया, और हेतल गड्डा ने बेहतरीन एक्टिंग की है। उनकी इस जर्नी से आप खुद को कनेक्ट करते जाते हैं। फिल्म के बाकी को-एक्टर्स जैसे विपिन शर्मा, विभा छिब्बर, रघु आदि का काम भी सहज है।
फिल्म में सबसे ख़ास बात ये है कि इसके गाने स्क्रिप्ट के हिसाब से ही घुले-मिले हैं। इसमें आपको राजस्थान के कई लोकगीत मिलते हैं। साथ ही एक विदेशी टूरिस्ट के साथ छोटू के जैमिंग का पोर्शन भी कमाल का है।
वैसे तो यह कमर्शियल फिल्म बिल्कुल नहीं है, तो बॉक्स ऑफिस पर इसके कलेक्शन के बारे में ज्यादा कुछ बोलना गलत होगा। वैसे अगर आप इस विधा की फिल्मों के कायल हैं, अच्छी और सिम्पल कहानियों को पूरे परिवार के साथ देखना पसंद करते हैं, तो यह फिल्म जरूर देखिए।