क्रिटिक रेटिंग : 3/5
स्टारकास्ट : वरुण धवन, आलिया भट्ट, आकांक्षा सिंह, गौहर खान, श्वेता वसु प्रसाद और यश सिन्हा
डायरेक्टर : शशांक खेतान
प्रोड्यूसर : करन जौहर
म्यूजिक : अमाल मलिक, तनिष्क बागची, अखिल सचदेव
जॉनर : रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा
डायरेक्टर शशांक खेतान एक घिसा-पिटा, लेकिन एंटरटेनिंग वेडिंग ड्रामा लेकर सिनेमाघरों में आए हैं। हम बात कर रहे हैं फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया की, जो रिलीज हो गई है। फिल्म को करन जौहर ने प्रोड्यूस किया है। ‘हम्पटी शर्मा की दुल्हनिया’ के बाद एक बार फिर शशांक और करन ने स्क्रीन पर वरुण धवन और आलिया भट्ट की शादी कराई है।
यह कहानी है बद्रीनाथ यानी वरुण धवन की, जो झांसी में फैमिली के साथ रहता है। बद्री के बड़े भाई की शादी जबरदस्ती करा दी जाती है, लेकिन बद्री अपने हिसाब की लड़की चाहता है। इस बीच एक दोस्त की शादी में शामिल होने के लिए वह कोटा जाता है, जहां उसकी नजर वैदेही यानी आलिया भट्ट से टकराती है।
बद्री वैदेही से शादी करना चाहता है। लेकिन वह शादी नहीं करना चाहती। क्योंकि उसके कुछ गोल हैं। इसी बीच जब बड़ी वैदेही की बड़ी बहन की शादी होती है तो वह सेक्रीफाइज करने के लिए तैयार हो जाती है। लेकिन शादी वाले दिन ही घर से भाग जाती है। क्या बद्री को उसकी दुल्हनिया मिल पाएगी? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
शशांक खेतान का डायरेक्शन अच्छा है। छोटे शहर की स्टोरी के हिसाब से उन्होंने लगभग हर बात का ध्यान रखा है। कहानी में कुछ नयापन नहीं है। लेकिन इसके जरिए उन्होंने गर्ल्स एजुकेशन और जेंडर इक्वलिटी जैसे मुद्दों को उठाने की बेहतर कोशिश की है। फिल्म की रफ़्तार कुछ स्लो है। कहानी और इसके फ्लो को और रोचक बनाया जा सकता था।
वरुण धवन और आलिया भट्ट की एक्टिंग अच्छी है। वरुण ने खुद को यूपी के रंग में रंगने की सफल कोशिश की है। वहीं, आलिया ने भी अपने किरदार को बखूबी जिया है। बाकी एक्टर्स भी अपनी जगह ठीकठाक हैं।फिल्म का टाइटल सॉन्ग और ‘तम्मा तम्मा’ पहले ही लोगों की जुबान पर चढ़ चुके हैं।
बाकी गाने भी अच्छे हैं। हालांकि, कुछ सॉन्ग्स की लंबाई कम की जा सकती थी। मसलन आशिक सरेंडर हुआ’ बहुत लंबा गाना है, जो स्टोरी के फ्लो को प्रभावित करता है।कहानी में नएपन की कमी है, लेकिन फिल्म एंटरटेन करती है। अगर आप वरुण धवन और आलिया भट्ट के फैन हैं और देसी एंटरटेनमेंट पसंद करते हैं तो यह फिल्म देख सकते हैं।