Ab Bolega India!

रिश्वत मांगे जाने के आरोपों को लेकर विवाद में फंसे कॉमेडियन कपिल शर्मा

kapil-sharma

कपिल शर्मा की ओर से बीएमसी के एक अधिकारी पर पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगे जाने के आरोप लगाए जाने के बाद विवाद पैदा हो गया है.कपिल शर्मा ने आरोप लगाया कि उनके कार्यालय के निर्माण के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक अधिकारी ने उनसे पांच लाख रुपये की रिश्वत की मांग की. बीएमसी ने जवाब में दावा किया कि अभिनेता ने अपने कार्यालय में अवैध निर्माण’ कराया है, जिसके लिए उन्हें नोटिस भेजा गया है.  

कपिल ने अपने ट्वीट में रिश्वत मांगे जाने के आरोप लगाए. इस ट्वीट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुये उन्होंने सवाल किया कि क्या ऐसे ही अच्छे दिन का आपने वादा किया था. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने फौरन शर्मा के ट्वीट का जवाब देते हुये उन्हें आश्वासन दिया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 

कपिल ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाते हुये और अपना दुख व्यक्त करते हुये शुक्रवार सुबह ट्वीट किया मैं पिछले पांच साल से 15 करोड़ रूपये के आयकर का भुगतान कर रहा हूं, फिर भी मुझे अपना कार्यालय बनाने के लिए बीएमसी को पांच लाख रुपये की रिश्वत देनी पड़ रही है.उन्होंने इस ट्वीट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुये लिखा ये हैं आपके अच्छे दिन?

प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के चुनाव अभियान में अच्छे दिन आने वाले हैं का नारा दिया था. शर्मा के पोस्ट को कई लोगों ने रीट्वीट किया. ट्विटर पर कपिल के 62 लाख 20 हजार फॉलोअर हैं.शिकायत पर ध्यान देते हुये, फडणवीस ने आरोपी को दंडित करने के लिए कपिल से आवश्यक जानकारी देने का अनुरोध किया है.मुख्यमंत्री फडणवीस ने एक ट्वीट में कहा कपिलभाई कृपया मुझे पूरी जानकारी प्रदान करें. एमसी, बीएमसी को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं. हम अपराधी को नहीं बख्शेंगे.

बाद में एक अन्य ट्वीट में कपिल ने फड़णवीस का शुक्रिया अदा करते हुए कहा चिंता दिखाने के लिए आपका शुक्रिया. आपके पास आऊंगा और व्यक्तिगत रूप से इस मामले में आपके साथ चर्चा करूंगा. हालांकि, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि अभिनेता ने उपनगरीय मुंबई के वसरेवा इलाके में अपने कार्यालय में कुछ अवैध निर्माण किया था और इस संबंध में उन्हें नोटिस जारी किया गया है, लेकिन उन्होंने इसपर ध्यान नहीं दिया.

उन्होंने कहा कपिल को तब बीएमसी ने 16 जुलाई को निर्माण रोकने या हटाने के लिए नोटिस भेजा लेकिन उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया.बीएमसी ने भी शर्मा से उस अधिकारी के नाम का खुलासा करने के लिए कहा है जिसने उनसे रिश्वत की कथित तौर पर मांग की थी. भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद शिवसेना ने कपिल को रिश्वत मांगने वाले व्यक्ति के नाम का खुलासा करने की चुनौती दी. गौरतलब है कि बीएमसी पर शिवसेना-भाजपा गठबंधन का कब्जा है.

शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कायान्डे ने कहा यह कॉमेडी शो नहीं है, जहां वह उनके जीवन में क्या चल रहा है इस बारे में ट्वीट कर सकते हैं. उन्हें तत्काल उस व्यक्ति का नाम सार्वजनिक करने की आवश्यकता है जिसने उनसे रिश्वत की मांग की, अन्यथा लोग समूचे प्रकरण को कॉमेडी ड्रामा की तरह देखेंगे, इसपर हंसेंगे और इस बारे में भूल जाएंगे.

उन्होंने कहाकपिल शर्मा बेहद प्रसिद्ध व्यक्ति हैं और इसलिए सवाल जिसका उन्हें जवाब देने की आवश्यकता है कि जब किसी ने उनसे रिश्वत की मांग की तो वह रिश्वत क्यों देंगे. रिश्वत देने से वह भी उतने ही अपराध के भागी हो जाते हैं, जितना इसकी मांग करने वाला है.बीएमसी में सतर्कता विभाग के मुख्य इंजीनियर, मनोहर पवार ने कहा मैंने कपिल शर्मा से रिश्वत मांगने वाले अधिकारी के नाम का खुलासा करने का अनुरोध किया है ताकि हम उसके खिलाफ जांच शुरू कर उचित कार्रवाई कर सकें. हमें उम्मीद है कि कपिल हमारे साथ सहयोग करेंगे.

उन्होंने एक वक्तव्य में कहा मुझे आपको आश्वस्त करने दें कि अगर आप इस मामले में किए गए किसी भी खुलासे को गोपनीय रखना चाहते हैं तो उसे सुनिश्चित किया जाएगा.इस बीच, भाजपा विधायक राम कदम ने मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ में एक शिकायत दर्ज कराकर शर्मा पर आरोप लगाया कि रिश्वत’ की मांग पर चुप रहकर उन्होंने एक नागरिक के तौर पर अपना फर्ज नहीं निभाया और समूचे मुद्दे की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की.

शिकायत की पुष्टि करते हुए मुंबई पुलिस प्रवक्ता अशोक दुधे ने कहा हां, हमें एक आवेदन मिला है और चूंकि आरोप भ्रष्टाचार निरोधी विभाग से संबंधित हैं. इसलिए आवेदन को आगे की जांच के लिए भ्रष्टाचार निरोधी विभाग को भेजा जा रहा है.कांग्रेस विधायक नीतेश राणे ने कहा यह देखना आश्चर्यजनक है कि कैसे सरकारी तंत्र ने कपिल शर्मा की शिकायतों पर त्वरित प्रतिक्रिया दी. वैसे ही, आम मुंबईकर रोज बीएमसी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाते हैं लेकिन कोई उन्हें नहीं सुनता है.

ऐसी स्थिति आ गई है, जहां हर मुंबईकर को अब मुख्यमंत्री और बीएमसी से कहना होगा, ‘हम भी हैं कपिल शर्मा’ ताकि उन्हें भी सुना जाए. राकांपा ने भी मामले में कूदते हुए कहा कि नगर निकाय पर वर्षों से भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं और कहा कि शर्मा भी अगर कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं तो कथित अवैध ढांचे को गिरा देना चाहिए.

राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, ‘‘निस्संदेह भाजपा-शिवसेना शासित बीएमसी में दशकों से भ्रष्टाचार है. कपिल शर्मा को भी अवैध ढांचे को लेकर नोटिस जारी किया गया था. अगर वह कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं, तो उन्हें इसे तत्काल गिरा देना चाहिए.’’

Exit mobile version