फिल्म पद्मावत की रिलीज पर रोक हटाने के खिलाफ दायर की गईं मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार की पिटीशंस पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा। गुरुवार को कोर्ट ने गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में फिल्म की रिलीज न किए जाने के नोटिफिकेशन पर रोक लगा दी थी। उधर, करणी सेना इस फिल्म को देखने को तैयार हो गई है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट और सेंसर बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद पद्मावत 25 तारीख को रिलीज होगी।राजपूत करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी और उनके साथियों ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इसके बाद कालवी ने कहा कि बाकी राज्यों की तरह योगी सरकार भी चिंतित है।
योगी ने गंभीरता से हमारी बात सुनी। उन्हें इस मुद्दे की संवेदनशीलता की जानकारी है।कालवी ने कहा कि हमें फिल्म के 40 प्वाइंट्स पर आपत्ति है।उन्होंने कहा कि अगर भंसाली फिल्म दिखाना चाहते हैं तो इसके लिए तैयार हैं।फिल्म रिलीज न होने पर होने वाले नुकसान के सवाल पर कालवी ने कहा 200 करोड़ की फ़िल्म है तो हम चंदा करके उन्हें दे देंगे।
इस बात पर कि फिल्म में पैसा लगा है। हम इसे थियेटर्स में नहीं लगने दे सकते। 25 जनवरी को जनता ने कर्फ्यू लगाया है, हम गणतंत्र दिवस के आसपास भारत बंद नहीं करना चाहते हैं। बता दें कि करणी सेना ने 25 जनवरी को बंद का एलान किया है।कालवी ने कहा कि 25 जनवरी को जनता ने कर्फ्यू लगाने का एलान किया है। हम गणतंत्र दिवस के आसपास भारत बंद नहीं करना चाहते हैं।
कालवी ने कहा कि राजस्थान और मध्य प्रदेश की सरकारों ने सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन लगाई है। हम इसमें पार्टी बनने के लिए तैयार नहीं हैं। गुजरात के थियेटर मालिक इसे नहीं दिखाना चाहते हैं। तमिलनाडु और कर्नाटक की सरकार मंगलवार को SC में पिटीशन फाइल करेंगी। पीएम मोदी से आशा करते हैं, कि वो फिल्म बैन कराएंगे।
राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी लीडर्स और हिंदूवादी संगठनों ने इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। राजपूत करणी सेना का मानना है कि इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच सीन फिल्माए जाने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची।फिल्म में रानी पद्मावती को भी घूमर डांस करते दिखाया गया है। जबकि राजपूत राजघरानों में रानियां घूमर नहीं करती थीं। हालांकि, भंसाली साफ कर चुके हैं कि ये ड्रीम सीक्वेंस फिल्म में है ही नहीं।