अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने मॉब लिंचिंग को लेकर कहा कि कई जगहों पर पुलिस अफसर से ज्यादा गाय की हत्या को महत्व दिया जा रहा है। शाह ने अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि जहर फैल चुका है, इस जिन्न को बोतल में बंद करना मुश्किल होगा।
कानून को अपने हाथों में लेने की खुली छूट मिल गई है।शाह ने एक इंटरव्यू में कहा मुझे मजहबी तालीम मिली थी। लेकिन रत्ना (पत्नी) को नहीं। वे लिबरल परिवार से आती हैं। मैंने अपने बच्चों को मजहबी तालीम नहीं दी, क्योंकि मेरा ये मानना है कि अच्छाई और बुराई का मजहब से कुछ लेना-देना नहीं।
मुझे फिक्र होती है कि अपने बच्चों के बारे में कि कल को उनको अगर भीड़ ने घेर लिया कि तुम हिंदू हो या मुसलमान, तो उनके पास तो कोई जवाब ही नहीं होगा।उन्होंने कहा मुझे इस बात की फिक्र होती है कि हालात जल्दी सुधरते नजर नहीं आ रहे। इन बातों से मुझे डर नहीं लगता, गुस्सा आता है।
ये गुस्सा हर सही सोचने वाले इंसान को आना चाहिए। ये हमारा घर है, हमें यहां से कौन निकाल सकता है।उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में 3 दिसंबर को गोकशी के शक में हिंसा हुई थी। इस दौरान भीड़ ने पुलिस टीम पर भी हमला किया था। हमले में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत हो गई थी। उन्हें गोली लगी थी।