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राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजे गए अमिताभ और कंगना

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राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज यहां 63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में पुरस्कार वितरित किए। इस बार के समारोह में हिन्दी फिल्मों और सितारों का जलवा रहा। अमिताभ बच्चन को ‘पीकू’ के लिए जबकि कंगना को ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्‍स’ के लिए क्रमश: सर्वश्रेष्ठ अभिनेता एवं अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया। वयोवृद्ध अभिनेता मनोज कुमार को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 78 साल के मनोज कुमार दादा साहब फाल्के पुरस्कार हासिल करने वाली 47वीं फिल्मी हस्ती हैं।

यह सम्मान भारतीय सिनेमा क्षेत्र का सबसे बड़ा पुरस्कार है। उन्हें पुरस्कार के तौर पर एक स्वर्ण कमल, दस लाख रपए नकद और एक शॉल भेंट की गई । उन्हें ‘पूरब और पश्चिम’, ‘उपकार’ और ‘क्रांति’ जैसी देशभक्ति फिल्मों के लिए जाना जाता है।मनोज कुमार ने इस मौके पर राष्ट्रपति को साई बाबा की क्रिस्टल की प्रतिमा भेंट की। बच्चन विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में अपने बेटे अभिषेक, बहू ऐश्वर्या राय, पत्नी जया बच्चन और बेटी श्वेता नंदा के साथ पहुंचे थे।

उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के तौर पर रजत कमल और 50,000 रपए दिए गए। 73 साल के अभिनेता का यह चौथा राष्ट्रीय पुरस्कार है। उन्होंने 1990 में ‘अग्निपथ’, 2005 में ‘ब्लैक’ और 2009 में ‘पा’ के लिए यह पुरस्कार जीता था। 29 साल की कंगना का यह तीसरा राष्ट्रीय पुरस्कार है। इससे पहले वह ‘फैशन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री और पिछले साल ‘क्वीन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी हैं। उन्हें रजत कमल और 50,000 रपए की नकद राशि दी गयी। 

‘बाहुबली’ को इस साल के सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार दिया गया और निर्देशक एस एस राजामौली तथा निर्माता शोबू यरलागदा एवं प्रसाद देवीनेनी ने स्वर्ण कमल, नकद पुरस्कार और एक प्रमाणपत्र ग्रहण किया। संजय लीला भंसाली ने ‘बाजीराव मस्तानी’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार ग्रहण किया। फिल्म को अलग अलग श्रेणियों में पांच और पुरस्कार मिले।

भंसाली ने कहा, ‘यह बहुत ही खास है। यह सरकार की तरफ से मिली मान्यता है। आपकी तुलना देश के सर्वश्रेष्ठ से की जा रही है। और यहां प्रतिभाशाली लोगों से भरी एक शानदार ज्यूरी है। यह बहुत मायने रखता है। यह मेरे लिए गर्व का पल है। यह मेरी 20 साल की कड़ी मेहनत का इनाम है।’’ सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के पुरस्कार के तौर पर उन्हें स्वर्ण कमल, 2,50,000 लाख रपए और एक प्रमाणपत्र दिया गया।

सलमान खान अभिनीत ‘बजरंगी भाईजान’ को संपूर्ण मनोरंजन के लिए सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया। फिल्म के निर्देशक कबीर खान ने कहा, ‘यह फिल्म मेरे लिए बहुत खास है। फिल्म को जिस तरह का प्यार मिला उसने सफर को बहुत खास बना दिया। और सबसे अच्छी बात कि राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना शानदार है। यह इसे और शानदार बना देता है।

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