अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने एक बार फिर तेल की बढ़ती कीमतों के लिए भारत, चीन और ब्राज़ील जैसे देशों को ज़िम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि इन देशों की बढ़ती ज़रूरतों के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में तेल की क़ीमतों में उछाल आया है। राष्ट्रपति ओबामा ने विकासशील देशों की बढ़ती आबादी को इसका आधार बनाया है। हमारी ज़रूरतों के …
Read More »विचार
ग़लती किसी की, सज़ा किसी को
अभी ज़्यादा दिन नहीं बीते होंगे जब कर्नाटक के तीन पूर्व मंत्री विघानसभा में अश्लील विडियो देखते पकड़े गए थे। ज़ाहिर है इसका श्रेय मीडिया चैनल को ही जाता है। कैमरामैन ने नेता जी की इस करतूत को कैप्चर किया था। अंजाम ये हुआ था कि लक्ष्मण सादवी, सी सी पाटिल और कृष्णा पालेमर को अपनी कुर्सी तक गवानी पड़ी …
Read More »वादों एंड बयानबाजी के बीच उत्तर प्रदेश चुनाव
उत्तर प्रदेश चुनावों को लेकर कयाशबजी और बयानबाजी का दौर जरी है,नोटिस और फटकार के बावजूद भी केंद्रीय कानून मंत्री की मुसलमानों के लिए आरक्षण पर बयानबाजी जारी रहने पर अब चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति से गुहार लगाई है। तो पार्टी महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह तो चुनाव आयोग को ही नसीहत दे डालते हैं ,जौनपुर में …
Read More »एक हादसा ऐसा भी
आग लग चुकी थी। ये आग कितनों की जिन्दगी लीलेगीए इसका अन्दाजा लगाना मुश्किल होता जा रहा था। इस आग की लपटों के बीच न जाने कितने आशियाने वीरानों में सिमट गए थे। तबाही का ये मंजर मेरी आंखों के सामने हो रहा था और मैं चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहा था। जब देशवासी अपनी.अपनी तरह से 63वां …
Read More »सत्ता के लिए “सर्व जाति” के वोटों की रहनुमाई में जूझते दल….
जब तक यह खबर आप तक जाएगी संभव है की तब तक गंगा में बहुत पानी बह चुका होगा ,और तब तक चुनाव और सर पर चढ़ कर बोलने लगा होगा |इस चुनावी प्रदेश में यूँ तो सभी दलों ने अपने चुनावी परफार्मेंस के लिए मानक तय कर रखे हैं ,लेकिन इस चुनाव में यह मानक जातिगत समीकरणों पर भी …
Read More »सत्ता के लिए "सर्व जाति" के वोटों की रहनुमाई में जूझते दल….
जब तक यह खबर आप तक जाएगी संभव है की तब तक गंगा में बहुत पानी बह चुका होगा ,और तब तक चुनाव और सर पर चढ़ कर बोलने लगा होगा |इस चुनावी प्रदेश में यूँ तो सभी दलों ने अपने चुनावी परफार्मेंस के लिए मानक तय कर रखे हैं ,लेकिन इस चुनाव में यह मानक जातिगत समीकरणों पर भी …
Read More »“हमारी राष्ट्रीय नीति पर लगते प्रश्न चिन्ह “
हमारी सरकार और उसकी नीतियाँ या यूँ कहें की हमारी सरकार द्वारा अपनाई जा रही नीतियाँ कितनी स्पष्टवादी हैं और राष्ट्रीय ,अन्तराष्ट्रीय मापदंडो पर कितनी सकारात्मक हैं इस विषय पर शायद ही कभी कोई चर्चा होती है। सरकार पहले तो अंतराष्ट्रीय मुद्दों पर कुछ स्पष्ट रवैया नहीं दिखाती, जिसके कारण अंतराष्ट्रीय फलक पर हमेशा उसको विश्व की तथाकथित महाशक्तियो के …
Read More »"हमारी राष्ट्रीय नीति पर लगते प्रश्न चिन्ह "
हमारी सरकार और उसकी नीतियाँ या यूँ कहें की हमारी सरकार द्वारा अपनाई जा रही नीतियाँ कितनी स्पष्टवादी हैं और राष्ट्रीय ,अन्तराष्ट्रीय मापदंडो पर कितनी सकारात्मक हैं इस विषय पर शायद ही कभी कोई चर्चा होती है। सरकार पहले तो अंतराष्ट्रीय मुद्दों पर कुछ स्पष्ट रवैया नहीं दिखाती, जिसके कारण अंतराष्ट्रीय फलक पर हमेशा उसको विश्व की तथाकथित महाशक्तियो के …
Read More »"आधी रात का शर्मनाक हादसा"
उस रोज मैं इस आस और विश्वाश के साथ देर सर्द रात अपने न्यूज़ चैनल के आफिस में अपने डेस्क पर बैठा था की आज बहुचर्चित और देश से भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए लाये जा रहे इस क़ानून के परिप्रेक्ष्य में कुछ उदार कदम उठाये जायेंगे ,और संसद का उच्च सदन राज्यसभा एक एतिहासिक कार्यवाई का साक्षी बनेगा। लेकिन रात …
Read More »“आधी रात का शर्मनाक हादसा”
उस रोज मैं इस आस और विश्वाश के साथ देर सर्द रात अपने न्यूज़ चैनल के आफिस में अपने डेस्क पर बैठा था की आज बहुचर्चित और देश से भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए लाये जा रहे इस क़ानून के परिप्रेक्ष्य में कुछ उदार कदम उठाये जायेंगे ,और संसद का उच्च सदन राज्यसभा एक एतिहासिक कार्यवाई का साक्षी बनेगा। लेकिन रात …
Read More »