ऐ माँ मेरे अपनो को यह पैगाम देना, खुशियों भरा दिन हँसी की शाम देना, जब कोई पढे प्यार से मेरे इस पैगाम को, तो उन के चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान देना..
Read More »शायरी
जिसने सच्चे मन से
जिसने सच्चे मन से.. जय माता की बोल दिया… समझो माता रानी ने उसके लिए, कुबेर का खजाना खोल दिया..
Read More »फौज में मौज
फौज में मौज हैँ, हजार रूपये रोज है… थोड़ा सा गम है, इसके लिए भी रम है… लाइफ थोड़ी रिस्की है, इसके लिए तो विस्की है… खानें के बाद फ्रुट है, मरनें के बाद सैलूट है… पहनने के लिए ड्रैस है, ड्रैस में जरूरी प्रेश है… सुबह-२ पी.टी है, वॉर्निंग के लिए सीटी है… चलने के लिए रूट है, पहनने …
Read More »लक्ष्मण का त्याग
इस कथा को पढना बहुत आवश्यक है लक्ष्मण जी के त्याग की अदभुत कथा । एक अनजाने सत्य से परिचय— -हनुमानजी की रामभक्ति की गाथा संसार में भर में गाई जाती है। लक्ष्मणजी की भक्ति भी अद्भुत थी. लक्ष्मणजी की कथा के बिना श्री रामकथा पूर्ण नहीं है अगस्त्य मुनि अयोध्या आए और लंका युद्ध का प्रसंग छिड़ गया – …
Read More »उस जैसा मोती
उस जैसा मोती पूरे समंद्र में नही है, वो चीज़ माँग रहा हूँ जो मुक़्दर मे नही है, किस्मत का लिखा तो मिल जाएगा मेरे ख़ुदा, वो चीज़ अदा कर जो किस्मत में नही है…
Read More »गिद्ध का बच्चा
एक गिद्ध का बच्चा अपने माता-पिता के साथ रहता था। एक दिन गिद्ध का बच्चा अपने पिता से बोला- “पिताजी, मुझे भूख लगी है। ठीक है, तू थोड़ी देर प्रतीक्षा कर। मैं अभी भोजन लेकर आता हूँ। कहते हुए गिद्ध उड़ने को उद्धत होने लगा। तभी उसके बच्चे ने उसे टोक दिया, “रूकिए पिताजी, आज मेरा मन इन्सान का गोश्त …
Read More »वो नजर
वो नजर कंहा से लाऊँ जो तुम्हें भुला दे, वो दवा कंहा से लाऊँ जो ईस ददॅ को मिटा दे, मिलना तो लिखा रहेता है तकदिरो में, पर वो तकदिर कंहा से लाऊँ जो हम दोंनो को मिला दे.!!
Read More »आज सजी हुँ
आज सजी हुँ दुलहन सी मैं, कब तू आएगा पिया, अपने हाथों से पानी पिलाकर तू, कब गले लगाएगा पिया..
Read More »आओ बैठें संग
आओ बैठें संग आज शाम, करें पूजा और माता तक पहुँचाऐं पैगाम, हमारे पतियों की उमर हो लम्बी, बस यही मिले इस व्रत का ईनाम..
Read More »आपकी मुस्कुराहट
आपकी मुस्कुराहट कभी होंठों से ना छुटे, कयामत तक आपसे कोई कभी ना रूठे, मेहरबान हो खुदा भी आप पर इतना, खी आसमान का हर तारा आपकी मर्जी से टुटे..।
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