भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए त्रिकोणीय टी-20 सीरीज की शुरुआत निराशाजनक रही. उसे गुरुवार को खेले गए पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया से हार मिली है. ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेले गए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को छह विकेट से हरा दिया. टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट खोकर केवल 152 रन ही बनाए.
इस लक्ष्य को ऑस्ट्रेलिया ने 18.1 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 156 रन बनाकर हासिल कर लिया.भारतीय महिला टीम के लिए स्मृति मंधाना ने सबसे अधिक 67 रनों की पारी खेली. उनकी पारी और अनुजा पाटिल की ओर से दिए गए 35 रनों के योगदान के दम पर भारत 152 रनों का स्कोर बना सका. इसके अलावा, टीम की कोई भी बल्लेबाज अधिक देर तक मैदान पर नहीं टिक पाई.
मंधाना ने अपनी पारी में 41 गेंदों का सामना करते हुए 11 चौके और दो छक्के लगाए. पाटिल ने 21 गेंदों में छह चौके और एक छक्का लगाया. ऑस्ट्रेलिया के लिए भारत की पारी को 152 रनों पर समेटने में एश्ले गार्डनर और एलिसे पैरी की भूमिका अहम रही. दोनों ने दो-दो विकेट लिए. इसके अलावा, डेलिसा किमिंसे ने एक विकेट लिया.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया को बेथ मूनी ने 45 रन बनाकर अच्छी शुरुआत दी. मूनी के अलावा, टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने में एलिसे वैलानी (39) और मेग लानिंग (35) की भूमिका भी अहम रही.इस पारी में भारत की दिग्गज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए. पूनम यादव को एक सफलता मिली.
इस सीरीज का दूसरा मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 23 मार्च को खेला जाएगा. भारतीय टीम 25 मार्च को इंग्लैंड से भिड़ेगी.अभी रविवार को ही ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय महिला टीम को उसी के घर में खेली गई तीन वनडे मैचों की सीरीज में 3-0 से हराया था.
इसके अलावा महिला टीम इंडिया ए को भी ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों ही टीमों से करारी हार मिली थी, जिसके बाद मिताली ने स्वीकार किया कि यह वास्तविकता है कि टीम के पास बेहतर बेंच स्ट्रेंथ नहीं है और अगली पीढ़ी की खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी बनने में अभी कम से कम दो वर्ष का समय लगेगा.
सबसे बड़ी चिंता का विषय लचर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का स्थान लेने के लिये कोई अन्य विकल्प नहीं होना है.इसके अलावा मिताली राज ने कहा कि बीसीसीआई के पास मजबूत घरेलू ढांचा होने के बाद ही महिलाओं के लिए आईपीएल जैसी प्रतियोगिता का आयोजन समझदारी भरा होगा. मिताली ने कहा खिलाड़ियों का पूल होना जरूरी है जो कि आईपीएल जैसी लीग में खेल सकें.
जैसा मैंने कहा कि भारत ए टीम में ही अच्छी खिलाड़ियों की दरकार है. एक बार जब हमारे पास इस तरह की खिलाड़ी हो जाएंगी तब (महिला) आईपीएल का आयोजन बुद्धिमत्तापूर्ण होगा.वहीं क्रिकेट बोर्ड इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें स्थान के दौरान महिलाओं के लिए प्रदर्शनी मैचों का आयोजन कर रहा है.
इससे महिला आईपीएल के लिए तैयारियां शुरू की जा सकती हैं. मिताली ने कहा आप किसी भी घरेलू खिलाड़ी को ले सकते हैं लेकिन फिर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और घरेलू खिलाड़ी में बड़ा अंतर होगा. यह महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के खिलाफ जा सकता है.उन्होंने कहा इसलिए मेरी निजी राय है जब आपके पास मजबूत घरेलू ढांचा हो और बेहतर खिलाड़ी हों तभी उन्हें आईपीएल में मौके देने का मतलब बनता है.
अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने भी अपनी टेस्ट कप्तान की राय पर सहमति जताई. झूलन ने कहा यह बिल्कुल सही है. घरेलू ढांचे को थोड़ा और मजबूत बनाये जाने की जरूरत है.मिताली ने कहा टीम अब विश्व कप टी20 की तैयारी कर रही है और यह जरूरी है कि विश्व कप से पहले हम अपना संयोजन सही कर लें.