क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो के सबसे बड़े बेटे डियाज बलार्ट ने खुदकुशी कर ली। न्यूज एजेंसी ने वहां की नेशनल मीडिया के हवाले से यह जानकारी दी है। इसमें बताया गया है कि बलार्ट लंबे वक्त से डिप्रेशन में थे और उनका इलाज चल रहा था। उन्होंने गुरुवार सुबह सुसाइड की। बलार्ट पेशे से न्यूक्लियर फिजिस्ट थे।
बलाट की दाढ़ी और चेहरा पिता फिदेल कास्त्रो की ही तरह दिखता था, इसलिए लोग उन्हें फिडेलिटो कहते थे।बलार्ट ने सोवियत यूनियन में न्यूक्लियर फिजिक्स की पढ़ाई की थी। उनकी मां का नाम मिर्टा डियाज बलार्ट था।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डियाज बलार्ट एक वक्त क्यूबा के न्यूक्लियर प्रोग्राम के चीफ थे।
हालांकि, बाद में फिदेल कास्त्रो ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था। कहा जाता है कि फिदेल को वे इस पोस्ट के काबिल नहीं लगते थे।बलार्ट अभी भी क्यूबा काउंसिल ऑफ स्टेट और वहां की साइंस एकेडमी के वाइस प्रेसीडेंट के एडवाइजर थे। क्यूबा के क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो का 25 नवंबर 2016 को 90 साल की उम्र में निधन हो गया था।
उन्होंने 1959 में रेवोल्यूशन के जरिए अमेरिका सपोर्टेड फुल्गेंकियो बतिस्ता की तानाशाही को उखाड़ फेंका था और सत्ता में आए थे।उसके बाद वह क्यूबा के पीएम बन गए और 1976 तक इस पोस्ट पर रहे। कास्त्रो 1976 से 2008 तक क्यूबा के प्रेसिडेंट भी रहे।कास्त्रो दावा करते थे कि अमेरिका ने 634 बार उनकी मौत की साजिश रची थी।