बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि बीजेपी में उन्हें सौतेले बेटे की तरह महसूस होता था। सिन्हा ने कहा कि अब वो खुली हवा में सांस लेने वाले आजाद शख्स हैं। बता दें कि इस एक्टर पॉलिटिशियन के अपनी पार्टी बीजेपी से लंबे वक्त से अच्छे रिश्ते नहीं चल रहे हैं। हालांकि, वो अब भी पार्टी में हैं और पटना साहेब से सांसद हैं।
सिन्हा ने कहा- ये सही है कि बीजेपी ने मुझे बोलने के अलावा कोई दूसरा काम करने ही नहीं दिया।यशवंत सिन्हा मोदी सरकार की कई मौकों पर सख्त आलोचना करते आए हैं। उन्होंने राष्ट्र मंच नाम का गैर सियासी संगठन बनाया है। इसमें शत्रुघ्न भी शामिल हैं। शत्रुघ्न ने न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कई मसलों पर बातचीत की।
सिन्हा ने कहा- मैं बता नहीं सकता कि अब मैं कितना आजाद महसूस कर रहा हूं। खुली हवा में सांस लेने का मजा ही कुछ और है। अब मैं देश की बेहतरी के लिए भी काम कर सकूंगा। अपनी बात खुलकर कह सकूंगा।जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी ने आपको कभी बोलने से तो नहीं रोका? इस पर शत्रुघ्न ने कहा- उन्होंने बोलने के अलावा मुझे और कोई काम करने भी तो नहीं दिया।
मैं अपनी पेरेंट पार्टी में स्टेपसन (सौतेला बेटा) की तरह महसूस करता था।शत्रुघ्न ने कहा कि राष्ट्र मंच कोई चुनाव नहीं लड़ेगा। यानी ये कोई पॉलिटिकल पार्टी नहीं है। हम समाज में बदलाव के लिए काम करेंगे। लेकिन, ये बदलाव जुबानी जमाखर्च नहीं होंगे। बल्कि, हकीकत में बदलाव लाए जाएंगे।किसानों की खुदकुशी और फाइनेंशियल इश्यूज पर हम काम करेंगे।
गरीबों की परेशानियों को कैसे खत्म किया जाए? इस पर भी विचार होगा। इसके अलावा बेरोजगारी, इंटरनल और एक्सटर्नल सिक्युरिटी भी हमारे एजेंडे में होंगे।शत्रुघ्न से जब ये पूछा गया कि क्या उनको वास्तविक मुद्दों पर काम करने दिया जाएगा? इस पर उन्होंने कहा- क्यों नहीं। आखिर हमारे देश के एक्शन हीरो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तो रिफॉर्म्स चाहते हैं।