दुनियाभर में चंद्रग्रहण देखने के लिए करोड़ों लोगों की नजरें आसमान की ओर टिकी रहीं। भारत में ये नजारा थोड़ा देर से दिखना शुरू हुआ। लेकिन, जैसे ही पूर्ण चंद्रग्रहण दिखाई देना शुरू हुआ.. लाखों लोग इस घटना के गवाह बने। बता दें कि भारत में 35 सालों बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब ब्लू मून, ब्लड मून और सुपर मून एक साथ दिखाई दिया।
यह पूर्ण चंद्रग्रहण है, यानी इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी की छाया से कुछ देर के लिए पूरी तरह ढक जाता है। चंद्रमा 30% ज्यादा चमकदार और 14% ज्यादा बड़ा भी दिखाई देता है।भारत में दिल्ली, भोपाल, चेन्नई, जयपुर, कोलकाता, भुवनेश्वर, सूरत, देहरादून, मेरठ, बेंगलुरु समेत कई जगहों पर पूर्ण चंद्रग्रहण देखा गया।चंद्रग्रहण 4.21 मिनट पर शुरू हुआ, लेकिन भारत में ये 6.45 मिनट पर दिखना शुरू हुआ।
चंद्रमा का अपने सामान्य आकार से ज्यादा बड़ा दिखाई देना सुपर मून कहलाता है। इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी के नजदीक होता है। सुपर मून का आकार सामान्य से 10 से 14 फीसदी बड़ा होता है। यह 30 फीसदी ज्यादा चमकदार भी दिखाई देता है। रात करीब 9.48 बजे तक ये चंद्रग्रहण पूरा हुआ।स्पेस इंडिया जैसी कई ऑर्गनाइजेशंस ने देश के कई हिस्सों में चंद्रग्रहण देखने के लिए टेलेस्कोप के इंतजाम किए।
लाखों लोगों और बच्चों ने चंद्रग्रहण का नजारा देखा।स्पेस इंडिया ने इंडिया गेट पर डोबेसोनिअन टेलेस्कोप का इंतजाम किया। इससे खुली आंखों के मुकाबले 20 गुना ज्यादा बड़ा चंद्रमा देखा जा सकता है।साइंटिफिक ऑफिसर, हेड, रिसर्च एंड पब्लिकेशन डॉ. मिला मित्रा ने कहा, “स्पेस इंडिया ने दिल्ली समेत 5 शहरों में चंद्रग्रहण देखने के इंतजाम किए थे।”
यहां ब्लू का मतलब चांद के कलर से नहीं है। दरअसल, एक महीने में जब दो पूर्णिमा पड़ती हैं तो इस स्थिति को ब्लू मून कहते हैं। इस बार 2 जनवरी को पूर्णिमा थी और दूसरी 31 जनवरी को। NASA के मुताबिक, ब्लू मून हर ढाई साल में एक बार नजर आता है।बीएम बिरला साइंस सेंटर के डायरेक्टर बीजी सिद्धार्थ ने न्यूज एजेंसी को बताया जब तीनों (सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा) एक सीध में होंगे तो यह पूर्ण चंद्रग्रहण होगा।
हालांकि, इस दौरान सूर्य की कुछ किरणें पृथ्वी के एटमॉस्फेयर से होकर चंद्रमा पर पड़ती हैं। इस दौरान वह हल्का भूरे और लाल रंग में चमकता है। कुछ लोग इसे ब्लड मून भी कहते हैं।यह चंद्रग्रहण शाम 5.20 बजे शुरू हुआ। हालांकि, यह ठीक ढंग से सूर्यास्त के बाद नजर आना शुरू हुआ और ये 8.43 बजे तक रहेगा।भारत के अलावा यह एशिया, रूस, मंगोलिया, जापान, आस्ट्रेलिया, आदि में चंद्रमा के उदय के साथ ही शुरू हुआ।
जबकि, नॉर्थ अमेरिका, कनाडा और पनामा के कुछ हिस्सों में चंद्रमा के अस्त होते वक्त दिखाई दिया।इस साल 2 चंद्रग्रहण और 3 सूर्यग्रहण होंगे। भारत में दोनों चंद्रग्रहण दिखाई देंगे, लेकिन सूर्यग्रहण नहीं दिखाई देगा। इस साल का दूसरा चंद्रग्रहण 27 जुलाई को है।वैज्ञानिकों के मुताबिक, ब्लड-ब्लू मून की स्थिति इससे पहले 1982 में बनी थी। अब 31 जनवरी 2037 को भी सुपर ब्लू-ब्लड मून नजर आएगा।