अलकायदा आतंकी समिउन रहमान का कहना है कि उसे आतंकी होने का कोई अफसोस नहीं है, बल्कि उसे अपनी पत्नी को तीन तलाक देने का अफसोस है। रहमान साल 2014 में सीरिया से बांग्लादेश आया था और यहीं पर उसे गिरफ्तार किया गया था। रहमान ने साल 2015 में सबीना (बदला हुआ नाम) से ढाका जेल से निकाह किया था।
जेल में रहने के दौरान उसने अपनी तत्कालीन पत्नी सबीना को फोन कर उससे मदद मांगी थी। सबीना ने उसको ढाका की जेल से छुड़ाने के लिए काफी प्रयास किया था। साल 2017 के अप्रैल महीने में जेल से बाहर आने पर रहमान ने सबीना से तलाक ले लिया था।रहमान ने पूछपाछ के दौरान बताया कि वह मूल रूप से लंदन का रहने वाला है। वह और सबीना लंदन के पोर्ट पूल लेन में आसपास ही रहते थे।
रहमान का कहना था कि सबीना हमेशा से उसे पसंद करती थी लेकिन उसकी प्राथमिकताएं अलग थीं। रहमान कई सारी पार्टियों में शामिल होता था और कई लड़कियों को डेट करता था।रहमान ने बताया कि वह प्रशिक्षित एक आतंकवादी है और वह साल 2013 में ही अलकायदा से जुड़ गया था।
सीरिया में उसने तीन सप्ताह तक ट्रेनिंग ली और साल 2014 तक वहीं रहा।रहमान आतंकी नेटवर्क को फैलाने के लिए मोरक्को, तुर्की, सीरिया, बांग्लादेश जैसे देशों में जा चुका है। इसके अलावा सीरिया में अल कायदा के संगठन जबात अल नुसरा नाम के अल कायदा संगठन के लिए वह लड़ाई में भी हिस्सा ले चुका है।
रहमान पर रोहिंग्या शरणार्थियों को भारत में आतंक फैलाने के लिए आतंकी संगठन के लिए रिक्रूट करने का भी आरोप है। रहमान को दिल्ली पुलिस ने 16 सितंबर को पूर्वी दिल्ली के विकास मार्ग से गिरफ्तार किया था। रहमान उस समय एक रोहिंग्या को रिक्रूट करने के लिए कॉन्टैक्ट करने का प्रयास कर रहा था।