अमेरिका ने उत्तर कोरिया के ऊपर अपने चार स्टील्थ फाइटर जेट्स और 2 बॉम्बर्स उड़ाए। साउथ कोरिया की न्यूज एजेंसी योनहाप ने ये जानकारी दी है। अमेरिका की तरफ से इस बात को कन्फर्म नहीं किया गया है। 15 सितंबर को नॉर्थ कोरिया ने इंटरकॉन्टिनेंटल रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) का टेस्ट किया था। ये मिसाइल जापान के ऊपर से गुजरी थी।
इसके बाद से क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया है। 3 सितंबर को नॉर्थ कोरिया ने 6th न्यूक्लियर टेस्ट भी किया था।योनहाप के मुताबिक, कोरियाई पेनिनसुला पर अमेरिका ने 4 F-35B और 2 B-1B बॉम्बर्स उड़ाए। इसे मॉक बॉम्बिंग ड्रिल भी कहा जा सकता है।अगर अमेरिका की तरफ से कन्फर्मेशन हो जाता है तो नॉर्थ कोरिया के छठे एटमी टेस्ट और जापान पर मिसाइल दागने के बाद ये पहली कार्रवाई होगी।
अमेरिकी फाइटर प्लेन्स के साथ साउथ कोरिया के F-15K जेट्स ने भी उड़ान भरी। बाद में अमेरिकी फाइटर जापान और गुआम के ठिकाने पर लौट गए।हाल ही में यूएन में अमेरिकी एम्बेसडर निक्की हेली ने कहा कि अगर नॉर्थ कोरिया अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम बंद नहीं करता तो उसे खत्म कर दिया जाएगा। फिलहाल साउथ कोरिया में 28,500 अमेरिकी सैनिक हैं।
यूएस के नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर (NSA) एचआर मैकमास्टर भी कह चुके हैं कि नॉर्थ कोरिया पर लगाए गए बैन उसके एटमी प्रोग्राम को रोकने में नाकाम रहते हैं तो हमें सभी ऑप्शंस के लिए तैयार रहना चाहिए।साउथ कोरिया की डिफेंस मिनिस्ट्री ने बताया था कि नॉर्थ की मिसाइल ने 3700 किमी की दूरी तय की और वह 770 किमी की ऊंचाई तक गई।
नॉर्थ कोरिया ने कन्फर्म किया था कि जापान पर दागी गई मिसाइल ह्वासोंग-12 थी। इसी मिसाइल को उसने 29 अगस्त को भी दागा था।नॉर्थ कोरियाई न्यूज एजेंसी केसीएनए ने किम के हवाले से कहा दुनिया देख ले कि सालों के तमाम बैन के बावजूद हम अपना मकसद पूरा करेंगे। हमारा अंतिम मकसद अमेरिकी फोर्स जितनी ताकत हासिल करना है ताकि वह हम पर सैन्य हमले की जुर्रत न कर सके।इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटजिक स्टडीज के जोसेफ डेंप्सी ने कहा कि नॉर्थ की इस मिसाइल ने अब तक की सबसे ज्यादा दूरी तय की।