राजीव महर्षि को भारत के नए नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) के रूप में नियुक्त किया गया है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. महर्षि 1978 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. वरिष्ठ नौकरशाह राजीव गौबा ने गुरुवार को नए गृह सचिव के तौर पर कार्यभार संभाला. कैग छह वर्ष की अवधि या 65 वर्ष के होने तक (जो भी पहले हो) कार्यरत रहता है.
25 सितंबर 1952 को जन्मे शर्मा ने मई 2013 में कैग के तौर पर कार्यभार संभाला था. संवैधानिक पदाधिकारी कैग की मुख्य जिम्मेदारी केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के खातों का ऑडिट करने की होती है. कैग की रिपोर्टों को संसद एवं राज्यों के विधानमंडलों के समक्ष रखा जाता है.सरकार ने तीन वरिष्ठ नौकरशाहों को उप नियंत्रक व महालेखा परीक्षक (कैग) नियुक्त किया.
कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग के आदेश के अनुसार अश्विनी अत्री, अनिता पटनायक व रंजन कुमार घोष को डिप्टी कैग नियुक्त किया गया है. मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने इन नियुक्तियों को मंजूरी दी है. अत्री भारतीय अंकेक्षण व लेखा सेवा के 1981 बैच के अधिकारी हैं. वहीं पटनायक व घोष इस सेवा के 1982 बैच के अधिकारी हैं.
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी राजीव गाबा ने केंद्रीय गृह सचिव के रूप में पदभार संभाला. गाबा (58) का इस पद पर दो वर्ष का कार्यकाल रहेगा. गाबा ने राजीव महर्षि का स्थान लिया है, जो 1978 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. महर्षि का बुधवार (30 अगस्त) को कार्यकाल समाप्त हो गया.
1982 बैच के झारखंड कैडर के अधिकारी गाबा 27 जून को विशेष ड्यूटी पर तैनात अधिकारी के तौर पर गृह मंत्रालय से जुड़े थे. इससे पहले गाबा शहरी विकास मंत्रालय में सचिव थे.एक प्रमुख नौकरशाही फेरबदल में 21 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने गाबा की केंद्रीय गृह सचिव के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी.
बयान के मुताबिक गाबा केंद्रीय एवं राज्य सरकारों में और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में वरिष्ठ पदों पर रह चुके हैं.1959 में पंजाब में जन्मे गाबा ने भौतिकी विज्ञान से स्नातक किया है. वह झारखंड के मुख्य सचिव के अलावा केंद्र में गृह, रक्षा, पर्यावरण, वन मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में कार्यरत रहे हैं.