स्पेशल कोर्ट ने कैश फॉर क्वेश्चन स्कैम में 11 पूर्व सांसदों पर आरोप तय करने के निर्देश दिए हैं। स्पेशल जज पूनम चौधरी ने कहा कि 11 पूर्व MPs और एक अन्य शख्स के खिलाफ कथित आपराधिक साजिश रचने और भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत आरोप तय किया जाए। इन सांसदों का नाम संसद में सवाल पूछने के लिए कथित तौर पर पैसे लेने के मामले में सामने आया था, जिसके बाद इन लोगों को संसद से बर्खास्त कर दिया गया था।
कोर्ट ने कहा कि 12 आरोपियों को 28 अगस्त को सुनवाई के दौरान मौजूद रहना होगा।इस दिन इन लोगों के खिलाफ आरोप तय किए जाएंगे। 11 MPs के अलावा रवींदर कुमार के खिलाफ भी आरोप तय किए जाएंगे।विजय कुमार फोगाट की डेथ होने की वजह से उन पर कोई आरोप तय नहीं किया जाएगा।
इसके अलावा 2 जर्नलिस्ट को भी कोर्ट ने ट्रायल के लिए पेश होने को कहा था, लेकिन उनके खिलाफ प्रोसीडिंग्स को दिल्ली हाईकोर्ट ने खत्म कर दिया।स्पेशल पब्लिक प्रॉसीक्यूटर अतुल श्रीवास्तव ने कहा सांसदों ने अपने ऑफिस का गलत इस्तेमाल किया और वे स्टिंग ऑपरेशन के दौरान संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे की डिमांड करते टीवी पर नजर आए।
सांसदों के खिलाफ ये स्टिंग ऑपरेशन 2 जर्नलिस्ट्स ने अंजाम दिया था और 12 दिसंबर 2005 को ये एक न्यूज चैनल पर टेलीकास्ट हुआ था।बता दें कि प्रॉसिक्यूशन उन CDs/DVDs के आधार पर केस लड़ रहा है, जिनमें आरोपियों और दूसरे लोगों की बातचीत का ब्योरा है।स्पेशल कोर्ट में सुनवाई के दौरान छत्तरपाल सिंह लोढ़ा, राजा रामपाल और रवींदर कुमार कोर्ट में मौजूद थे। इसके अलावा दूसरे आरोपियों ने पेशी से छूट ले रखी थी।