HOMEMADE REMEDIES FOR EYES PAIN । आँखें दुखने के घरेलू उपचार के बारे में जानिए

HOMEMADE REMEDIES FOR EYES PAIN :- आंखों का दर्द एक सामान्य लक्षण है, जिसके कारण डॉक्टर से परामर्श लेना पड़ सकता है। आंखों के दर्द विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं-जैसे-जलन, चुभन, आंखों में कुछ पड़ जाने जैसी अनुभूति, दर्द, फड़कन, या अचानक उठनेवाला तेज दर्द आदि। आंखों में दर्द के लक्षण सिरदर्द एवं साइनस के लक्षणों से मिलते हैं, इसलिए आपके लिए इनके बीच अंतर करना कठिन हो सकता है। आँखे हमारे शरीर का बहुत ही अहम हिस्सा हैं.

आँखों के बिना हम कोई कार्य नहीं कर पाते. आंखों का दर्द एक सामान्य लक्षण है. जो किसी को भी हो सकता है. आजकल प्रदूषण की मात्रा अधिक होने के कारण हमारे आँखों पर इसका बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है. जिसके कारण हमें अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. दूषित वातावरण, धूल-मिट्टी, पूरे दिन टीवी, मोबाइल और कंप्यूटर के सामने बैठे रखने के कारण हमारी आँखों को काफी नुसकान पंहुचाता है.

प्राय: छोटे-बड़े लोगों की आंखें किन्हीं कारणवश दुःखने लगती हैं| यदि शुरुआती दौर में ही इन पर ध्यान दिया जाए तो घातक परिणाम नहीं होता| इसके अलावा नियमित रूप से आंखों को दिन में कई बार धोने अथवा उन पर पानी के छींटे मारने चाहिए| इससे भी आंखों का रोग होने की संभावना नहीं रहती|

आंखें दुःखने का कारण :- ठंड लगने, आंखों में चोट लग जाने, धूल-धुआं पड़ जाने, संक्रमण, तेज धूप में रहने, ठंडी हवा लगने तथा चेचक, सूजाक आदि के कारण आंखें दुःखने लगती हैं| लाल-लाल आंखें देखकर हर कोई कह देता है कि आंखें आ गई हैं|

आंखें दुःखने की पहचान :- आंखें लाल हो जाती हैं| पलकों पर सूजन आ जाती है| आंखों में जलन, लपकन, पीड़ा आदि होती है| पानी बहने के कारण आंखें खुल नहीं पातीं| आंखें खोलकर देखना कठिन हो जाता है| रोशनी में आंखों के भीतर चमक-सी भर जाती है| कभी-कभी आंखों में मैल कीचड़ के रूप में दिखाई देता है| सुबह आंखें चिपक जाती हैं|

आंखें दुःखने के घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं :- लौकी :- लौकी का छिलका छीलकर सुखा लें| अब उनको जलाकर राख कर लें| फिर खरल में पीसकर बारीक करें| सुबह-शाम इस अंजन को सलाई से आंखों में लगाएं| दुःखती आंख बड़ी जल्दी ठीक हो जाएगी|

त्रिफला और शहद :- त्रिफला का आधा चम्मच चूर्ण रात को सोते समय शहद के साथ सेवन करें| इससे आंखों की बहुत-सी बीमारियां दूर हो जाती हैं|

कालीमिर्च और मक्खन :- कालीमिर्च के चूर्ण को नियमित रूप से मक्खन के साथ खाने से आंखों की ज्योति बढ़ती है तथा पलकों की सूजन चली जाती है|

शहद :- आंखों में शहद डालने से आंखों की लाली कम हो जाती है|

गुलाबजल और फिटकिरी :- दुःखती आंखों में गुलाबजल में फिटकिरी मिलाकर सुबह-शाम डालें|

पानी और फिटकिरी :- पानी में थोड़ी-सी फिटकिरी घोलकर आंखों में सलाई से लगाएं|

तुलसी :- तुलसी का अर्क तैयार करके आंखों में डालें|

धनिया, गुलाबजल और पानी :- हरे धनिए को पानी में अच्छी तरह धोकर उसे गुलाबजल में मसल लें| इस पानी को छानकर आंखों में बूंद-बूंद डालें|

कपूर :- काजल में थोड़ा-सा कपूर मिलाकर आंखों में लगाएं|

आम और फिटकिरी :- आम, फिटकिरी तथा रसौत – सभी 3-3 ग्राम की मात्रा में लेकर पीस डालें| फिर उसका लेप बनाकर आंखों की पलकों पर लगाएं|

नीम :- दुःखती आंखों को नीम के पानी से छ्प्पे मारकर धोएं|

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