फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में इमैनुएल मैक्रों का राष्ट्रपति बनना तय

फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में सत्ताधारी सोशलिस्ट पार्टी को सबसे करारी हार मिली है। उसे महज 6% वोट मिले हैं। मध्यमार्गी इमैनुएल मैक्रों को सबसे ज्यादा 24.01% और राइट विंग नेशनल फ्रंट पार्टी की नेता ली पेन को 21.30% वोट मिले। ली पेन दूसरे नंबर पर रहीं। फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए 50% से ज्यादा वोट पाना जरूरी है। इसलिए अब 7 मई को मैक्रों और ली पेन के बीच मुकाबला होगा। 

पहले राउंड में 11 कैंडिडेट मैदान में थे। 79% वोटिंग हुई। 60 साल में यह पहला मौका है जब देश की कोई मुख्य पार्टी दूसरे राउंड में नहीं पहुंची। मैक्रों मौजूदा ओलांद सरकार में आर्थिक मामलों के मंत्री थे। सरकार की नीतियों से खफा होकर उन्होंने 2016 में पार्टी और मंत्रीपद दोनों से ही इस्तीफा दे दिया था। 

आं मार्श यानी आगे बढ़ो मूवमेंट शुरू किया। इसी नाम से पार्टी का गठन किया और इस चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के नेता बनकर उभरे।पहले फेज में हारने वाले सोशलिस्ट उम्मीदवार बेनोआं आमों और रूढ़िवादी फियों ने मैक्रों को समर्थन दिया है। वो यूरोपीय यूनियन (ईयू) विरोधी ली पेन को जीतने से रोकना चाहते हैं। इन दोनों दलों को 25% वोट मिले हैं।

मैक्रों और ली पेन ने फिलहाल भारत को लेकर कोई बयान नहीं दिया है। भारत फ्रांस से बड़े स्तर पर हथियार खरीदता है। भारत ने 36 रफाल विमानों के लिए 59 हजार करोड़ की डील की है। ऐसे में अभी यह साफ नहीं है नया प्रेसिडेंट भारत के साथ किस तरह आगे बढ़ेगा।मैक्रों यूरोपियन यूनियन से अच्छे रिश्तों के हिमायती हैं। उनके बनने पर फ्रांस और ईयू के रिलेशन पहले जैसे अच्छे रहेंगे।

जबकि ली पेन चाहती हैं कि फ्रांस ईयू से बाहर निकल आए। वादा किया है राष्ट्रपति बनने पर ईयू से हटने पर ब्रिटेन की तर्ज पर जनमत संग्रह (रेफरेंडम) कराएंगी।मैं सभी राष्ट्रवादियों से अपील करती हूं कि फ्रांस को बचाने के लिए मुझे वोट दें।यह फ्रांस के इतिहास में अद्भुत पल है। हमारी पार्टी ने देश की सियासत का चेहरा ही बदल दिया है।

39 साल के मैक्रों दूसरा राउंड जीतते हैं तो देश के सबसे यंग प्रेसिडेंट होंगे। – वे पांचवें ऐसे प्रेसिडेंट होंगे जो देश की मुख्य पार्टी से ताल्लुक नहीं रखते।वहीं, ली पेन 2012 के राष्ट्रपति चुनाव में तीसरे स्थान पर रही थीं। अगर वो दूसरा राउंड जीतने में कामयाब रहती हैं तो देश की पहली महिला प्रेसिडेंट होंगी। 

ली पेन महज 8 साल की थी तब उनके पैतृक घर को बम से उड़ा दिया था। फैमिली मेंबर्स को चोटें आईं। घर तबाह हो गया।कुछ लोगों का मानना है कि लेफ्ट पार्टीज ने यह हमला कराया था। ली पेन की दो शादियां हुईं। दोनों ही सफल नहीं हुई। उनके तीन बच्चे हैं।मैक्रों ने अपनी फ्रेंच भाषा की टीचर ब्रिजिट से शादी की है। उन्होंने 17 की उम्र में ब्रिजिट के सामने शादी का प्रपोजल रखा था। तब 25 साल बड़ी ब्रिजिट ने प्रपोजल मान लिया।

अब 64 साल की ब्रिजिट पहली महिला बन सकती हैं। वे 7 बच्चों की दादी हैं।ली पेन ने कहा है कि उनके प्रेसिडेंट बनने पर मस्जिदें बंद होंगी। ईयू में फ्रांस के बने रहने पर रेफरेंडम कराया जाएगा। रिटायरमेंट की उम्र 60 साल होगी और हफ्ते में 35 घंटे का वर्क कल्चर लागू करेंगे।मैक्रों ने कहा कि अनइम्प्लॉइमेंट रेट को 9.7% से 7% पर लाएंगे। स्कूलों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाएंगे। कॉर्पोरेट टैक्स में 40 अरब की कटौती करेंगे।

ली पेन की नेशनल फ्रंट पार्टी को 69 लाख वोट मिले हैं। यह उसका अबतक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। ली पेन ने जनवरी 2011 में अपने पिता को पार्टी से हटा कर कब्जा कर लिया था।वहीं, मैक्रों इनवेंस्टमेंट बैंकर रहे हैं। वे ओलांद सरकार में आर्थिक मामलों में मंत्री रहे थे। उन्होंने फिलॉसफी से ग्रेजुएशन किया है। मैक्रों के पिता न्यूरोसाइंस के प्रोफेसर और मां डॉक्टर हैं।

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