मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी और नशामुक्ति की बिहार ने जो ज्योति जगाई है, वह अब बुझने वाली नहीं है.अपनी निश्चय यात्रा के 9वें चरण के क्रम में औरंगाबाद और गया जिलों में सभाओं को संबोधित करते हुए नीतीश ने रविवार को कहा कि बिहार पूर्ण नशाबंदी की ओर अग्रसर है और अब हम लोग शराबबंदी से नशामुक्ति की ओर जा रहे हैं.
औरंगाबाद के दो दिवसीय दौरे के क्रम में रविवार सुबह ओबरा प्रखण्ड के उब गांव पहुंचे मुख्यमंत्री ने शराबबंदी से पूर्ण नशाबंदी की ओर बिहार के बढने की बात कही.उन्होंने कहा कि अब हम लोग शराबबंदी से नशामुक्ति की ओर जा रहे हैं. बिहार पूर्ण नशाबंदी की ओर अग्रसर है, जिसमें आम लोगों का सही सहयोग मिल रहा है.
नीतीश ने कहा कि बिहार की 12 करोड़ से कम आबादी है और 21 जनवरी को मानव श्रृंखला में चार करोड़ लोगों ने भाग लेकर इतिहास रच डाला.औरंगाबाद से गया जिले के आमस प्रखण्ड पहुंचे नीतीश ने वहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शराबबंदी और नशामुक्ति की बिहार ने जो ज्योति जगाई है, वह ज्योति अब बुझने वाली नहीं है. देश भर में मानव श्रृंखला के माध्यम से संदेश चला गया है.
उन्होंने गया जिला में हाल में आयोजित काल चक्र पूजा और पटना में आयोजित प्रकाश पर्व की चर्चा करते हुए कहा कि इनके सफल आयोजन के लिये देश में ही नहीं विदेशों में भी बिहार की प्रशंसा हो रही है.नीतीश ने कहा कि बिहार के चंद लोग ही बिहार को बदनाम करते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार की क्षमता इतनी है कि बिहार की प्रशंसा देश और देश के बाहर के लोग भी करते हैं.उन्होंने कहा कि कालचक्र पूजा और प्रकाश पर्व के आयोजन ने बिहार की छवि को बेहतर बनाया है. शराबबंदी की चर्चा भी पूरे देश में हो रही है.