केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू पर लगा 450 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप

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अरुणाचल में एक हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में हुए 450 करोड़ रुपए के कथित घोटाले से जुड़ा है. इसमें गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू के कजिन पर आरोप लगे हैं.वहीं, रिजिजू पर आरोप है कि उन्होंने अपने कजिन को मदद पहुंचाने के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा था. यह खुलासा इस मामले में चीफ विजिलेंस अफसर की जांच के बाद आई रिपोर्ट से हुआ है. 

इस रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली से प्रकाशित एक अंग्रेजी अखबार ने इस संबंध में एक खबर प्रकाशित की है. इसके बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे को लपकने में देर नहीं की.पार्टी ने प्रेस कांफ्रेंस कर तकरीबन आधा घंटे का एक ऑडियो टेप जारी किया जिससे रिजिजू पर लगे आरोपों को मजबूती देने का दावा किया. कांग्रेस ने हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री रिजिजू को मंत्रिमंडल से हटाएं या जांच होने तक रिजिजू स्वयं इस्तीफा दे दें.

सवालों से घिरने के बाद रिजिजू ने कहा कि खबर प्लांट करने वाले जूते खाएंगे.कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा सत्ता में आने के बाद पीएम ने नारा दिया था कि ना खाऊंगा और न खाने दूंगा. अब नया नारा आया है- खाओ पिओ.हमारे पास रिजिजू के खिलाफ सबूत के तौर पर एक ऑडियो टेप है.

मामले में रिजिजू का रोल संदेह के घेरे में है. उन्हें मंत्री पद से हटाना देना चाहिए या जांच चलने तक इस्तीफा दे देना चाहिए.अब प्रधानमंत्रीजी पर है कि वे मामले की जांच कराएं. देश उनसे जवाब मांग रहा है.अगर ये बात सही है तो 80फीसद पेमेन्ट कैसे कर दी गई. मामले से षड्यंत्र की बू आ रही है. बड़े-बड़े बोल्डर जो ट्रक से नहीं ले जाए जा सकते वे छोटी गाड़ियों से कैसे ले जाए गए.

टेप के मुताबिक, रिजिजू के भाई गोबोई विजिलेंस ऑफिसर से मिलने गए. गोबाई, अफसर से मंत्री के भाई की हैसियत से मिलने आए थे. ऐसा पहली बार था कि ऑफिसर, रिजिजू के भाई को सफाई दे रहा था.जहां तक टेप की सत्यता की बात है तो निष्पक्ष इंवेस्टीगेशन एजेंसी इसकी जांच करेगी. फोरेंसिक लेबोरेटरी से भी ये साबित हो जाएगा.

जिस तरह से पत्र लिखे गए हैं, जिस तरह से सेंट्रल विजिलेंस ऑफिसर के प्रमोशन तक की बात की गई. मतलब साफ है कि दाल में कुछ काला जरूर है.रिजिजू के भाई 28 मिनट के टेप में सीवीओ को स्पष्ट रूप से प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं और बिल को मंजूर कराने में उनकी मदद के लिए अपने मंत्री भाई के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं. 

इन भुगतानों को करने में एक कनेक्शन है और इनमें से कुछ भुगतानों का इस्तेमाल विधायकों की खरीद-फरोख्त में किया गया, जिसकी गंभीरता से जांच कराए जाने की जरूरत है.इन सब चीजों के चलते ही अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार को गिराया गया था.

अरुणाचल प्रदेश में ऊर्जा परियोजनाओं में कथित घोटाले को लेकर निशाने पर आए केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उनके खिलाफ खबरें प्लांट करने वालों को जूतों से पीटा जाएगा.गृह राज्यमंत्री रिजिजू ने कहा कि उन्होंने गोयल को पत्र लिखा क्योंकि बतौर सांसद उनके मतदाताओं ने उन्हें जो बताया है उस पर कार्रवाई करना उनका कर्तव्य है.

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