विजयादशमी के मौके पर देशभर में विजयादशमी की धूम

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विजयादशमी की आज देशभर में धूम है। दशहरा के अवसर पर देश के विभिन्‍न शहरों में लोग आज रावण दहन की तैयारी कर रहे हैं। पूरे देश में विजयादशमी का त्‍योहार मनाया जा रहा है। त्योहार को लेकर देश में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा अनेक महत्वपूर्ण संदेश देता है। दशहरा पर रावण दहन की परंपरा है और इसी के तहत विजय के प्रतीक पर्व दशहरे पर रावण दहन की हर जगह तैयारी हो रही है।

बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक दशहरा का त्‍योहार देश भर में उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस दिन भगवान राम ने लंकापति रावण का वध कर देवी सीता को उसके बंधन से मुक्त किया था। इस दिन रावण का पुतला जलाकार लोग जश्न मनाते हैं। दशहरा शारदीय नवरात्रि के 9 दिन बाद दशमी को मनाया जाता है। विजय दशमी का पर्व आश्विन माह की शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है।

दिल्‍ली, लखनऊ, पटना, बनारस, इलाहाबाद, भोपाल, जयपुर समेत कई जगहों पर रामलीला मंचन के दौरान राम रावण युद्ध के बाद रावण के पुतले का दहन कार्यक्रम होगा तो कई शहरों में शोभायात्रा निकाली जा रही है। दशहरा को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। हर तबके के लोग अपने-अपने तरीके से इस पर्व को मनाने की तैयारी में जुटे हैं। साथ ही उम्मीद कर रहे हैं कि बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक इस पर्व से लोग जरूर कुछ संदेश लेकर समाज के लिए बेहतर करेंगे।

दशहरा ऐसा पर्व है जिस दिन बुराइयों का अंत हुआ था और सत्य की जीत दर्ज हुई थी। इसलिए यह त्योहार हमारे लिए काफी महत्व रखता है।भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसीलिए इसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। दशहरा एक ऐसा पर्व है जिसे मां दुर्गा और भगवान श्रीराम से जोड़कर देखा जाता है। नौ शक्ति की विजय ऐसी मान्यता है कि मां दुर्गा ने महिषासुर राक्षस से लगातार नौ दिनों तक युद्ध करके दशहरे के दिन ही उसका वध किया था।

दूसरी ओर, इंदौर में दशहरे पर रावण के पुतले न फूंकने की अपील करते हुए विजयादशमी के पर्व पर मंगलवार को यहां सैकड़ों लोगों ने अपनी 46 वर्ष पुरानी परंपरा के मुताबिक दशानन की पूजा की।पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जाकर भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सेना के जवानों में हौंसला अफजाई एवं आतंकवाद के विरुद्ध जयपुर के मानसरोवर में आतंकवादरुपी पुतला जलाया जाएगा।

दिल्‍ली के द्वारका, पंजाब आदि कई जगहों पर इस साल रावण दहन के साथ आतंकवाद के पुतले को जलाने की तैयारी की जा रही है। दशहरे पर आज यूं तो पूरे देश में अच्छाई पर बुराई की विजय के रूप में भगवान राम की पूजा हो रही है लेकिन कानपुर के शिवाला इलाके में एक मंदिर ऐसा है जहां शक्ति के प्रतीक के रूप में आज सुबह से लंकाधिराज रावण की पूजा अर्चना और आरती हो रही है तथा श्रध्दालु अपने लिये मन्नतें मांग रहे हैं। इस मंदिर का नाम ‘दशानन मंदिर’ है और इसका निर्माण 1890 के आसपास हुआ था।

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