राजनाथ सिंह के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल चार सितंबर को जम्मू कश्मीर का दौरा करेगा.उम्मीद है कि घाटी में शांति स्थापित करने के प्रयासों के तहत प्रतिनिधिमंडल विभिन्न तबकों के लोगों से बातचीत करेगा.गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल चार सितंबर को जम्मू कश्मीर का दौरा करेगा और गृहमंत्री इसका नेतृत्व करेंगे.
कश्मीर घाटी में शांति कायम करने के प्रयासों के तहत प्रतिनिधिमंडल के विभिन्न तबकों के लोगों और संगठनों से मिलने की उम्मीद है. सेना द्वारा हिज्बुल मुजाहिदीन के शीर्ष आतंकवादी बुरहान वानी को मुठभेड़ में ढेर किए जाने के बाद से घाटी में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.गृहमंत्री की रविवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह के साथ एक घंटे तक बैठक हुई थी.
गृहमंत्री ने उनके साथ सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के तौर तरीकों पर चर्चा की थी.सूत्रों ने बताया कि बैठक में संभावित व्यक्तियों और समूहों के बारे में चर्चा की गई जिनके साथ प्रतिनिधिमंडल राज्य के दौरे के दौरान बातचीत कर सकता है.सरकार ने विभिन्न राजनीतिक दलों से कहा है कि वे टीम का हिस्सा बनने के लिए अपने पदाधिकारियों के नाम दें.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कश्मीर की स्थिति के बारे में बात की थी.
उन्होंने कहा था,कश्मीर स्थिति पर हाल में हुई मेरी सभी बातचीत में ‘एकता’ तथा ‘ममता’ मूल मंत्र रहे.मोदी ने कहा कि जो लोग युवाओं को कश्मीर में पत्थरबाजी के लिए उकसा रहे हैं, उन्हें एक दिन उनको जवाब देना पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने कश्मीर पर एक स्वर में बात की जिससे विश्व और अलगाववादियों को भी मजबूत संदेश गया.