पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अगुवाई में राज्य की विपक्षी पार्टियां घाटी की स्थिति से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अवगत कराने के लिए शनिवार को उनसे मिलेंगी। कश्मीर घाटी में आठ जुलाई से ही कर्फ्यू है।इसी हफ्ते की शुरुआत में विपक्षी दलों की एक बैठक करने वाले उमर राष्ट्रपति को घाटी में कफ्र्यू की वजह से लोगों के समक्ष निरंतर आ रही मुश्किलों के बारे में बताएंगे।
उनके साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जी ए मीर समेत कांग्रेस नेता, माकपा नेता मोहम्मद युसूफ तारिगामी और निर्दलीय विधायक हकीम यासिन और अन्य भी होंगे।यह प्रतिनिधिमंडल सुरक्षाबलों द्वारा अत्यधिक बल प्रयोग के आरोपों की उच्चतम न्यायालय के एक सेवानिवृत न्यायाधीश द्वारा जांच कराने की मांग करेगा और केंद्र से सभी संबंधित पक्षों के साथ वार्ता करने की अपील करेगा।उमर और अन्य विपक्षी दल सुरक्षाबलों की गोलीबारी में युवकों की मौत एवं उनके घायल होने को लेकर दुखी है। उनका आरोप है कि राज्य और केंद्र सरकारों ने स्थिति को ठीक से नहीं संभाला।