भारतीय-अमेरिकी मूल के कांग्रेस सदस्य अमी बेरा के 83 वर्षीय पिता को एक धन-शोधन योजना चलाने के आरोप में एक साल और एक दिन की कैद की सजा हुई है.इस योजना के जरिए उन्होंने अमेरिकी संघीय कानून का उल्लंघन करते हुए अपने बेटे के कांग्रेशनल प्रचार अभियान के लिए 2,60,000 अमेरिकी डॉलर अवैध रूप से जुटाए थे.
सेवानिवृत्त केमिकल इंजीनियर बाबूलाल बेरा को अमेरिकी जिला जज ट्रॉय एल नुनली ने गुरुवार को यह सजा सुनाई. बाबूलाल बेरा भारत छोड़कर अमेरिका में रहने लगे थे.कैलिफोर्निया से कांग्रेसी नेता 52 वर्षीय एमी अमेरिकी कांग्रेस में इकलौते भारतीय-अमेरिकी हैं. जब उनके पिता को सजा सुनाई गई तब वे अदालत में मौजूद नहीं थे.
कैलिफोर्निया के सक्रामेंटों में सजा सुनाते वक्त जज नुनली ने कहा,यह किसी एक सीधे-साधे व्यक्ति के बारे में नहीं है जिसे यह नहीं पता कि चुनाव में किस तरह काम होता है. यह इससे कहीं ज्यादा है. अभिुयक्त के प्रयासों को भी देखा गया.मई माह की शुरूआत में बाबूलाल को अवैध धन जुटाने के आरोपों का दोषी पाया गया था.
एमी ने इस बारे में कोई भी जानकारी होने से इनकार किया है. कैलिफोर्निया की इस सीट पर उन्हें कड़ा मुकाबला मिल रहा है. पुनर्मतगणना के बाद यहां से पहले दो चुनाव वे जीत चुके हैं.अदालत के आदेश के बाद एमी ने वक्तव्य दिया,आज के फैसले से मेरा दिल टूट गया है. इसका असर मेरे पूरे परिवार पर पड़ेगा. लेकिन मेरे पिता ने स्वीकार कर लिया है कि जो उन्होंने किया वह गलत था. उन्होंने इसकी जिम्मेदारी ले ली है. मैं उनसे बहुत प्रेम करता हूं.