मोर पंख के टोटके Morpankh Totka
मोर पंख का संबंध केवल श्रीकृष्ण से नहीं, बल्कि अन्य देवी-देवताओं से भी है। शास्त्रों के अनुसार मोर के पंखों में सभी देवी-देवताओं और सभी नौ ग्रहों का वास है। प्राचीन काल में एक मोर के माध्यम से देवताओं ने संध्या नाम के असुर का वध किया था। पक्षी शास्त्र में मोर और गरुड़ के पंखों का विशेष महत्व बताया गया है। सरस्वती जी के वाहन मोर का पंख जिसे भगवान श्री कृष्ण ने अपने सिर पर धारण किया था। मोर पंख पवित्रता का प्रतीक माना जाता है।
ऐसी मान्यता है कि मोर की सृष्टि, दृष्टि से संचालित है इसलिए ब्रह्मचर्य के साधकों को मोर पंख संयम की प्रेरणा देता है। यह संसार का सबसे सुन्दर पक्षी माना जाता है। मयूर दरअसल उमंग, उल्लास और आनंद का प्रतीक है। सरस्वती माँ का वाहन होने के कारण विद्यार्थी वर्ग में अपनी पुस्तकों के भीतर मोर पंख रखने की प्रथा है। यही मोर देवताओं के सेनापति और भगवान शंकर के पुत्र कार्तिकेय स्वामी का भी वाहन है। आइये जानते हैं मोर पंख आपके जीवन को किस तरह सुख- समृद्धि से भर देता है।