मुख्यमंत्री हरीश रावत को गिरफ्तार कर सकती है सीबीआई

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उत्तराखंड विधानसभा में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हुए बहुमत परीक्षण में जीत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पहली बार एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह केंद्र में बैठी भाजपा सरकार की दुर्भावना का शिकार हुए हैं। उन्हें आशंका है कि सीबीआई उन्हें गिरफ्तार भी कर सकती है।

रावत ने ईटीवी के एक टॉक शो कहा कि उन्हें सीबीआई गिरफ्तार भी कर सकती है और वह इसका इंतजार कर रहे हैं। रावत ने इस बात पर नाराजगी जताई कि शक्ति परीक्षण के एक दिन पहले उन्हें सीबीआई ने दिल्ली में पूछताछ के लिए बुलाया था। उन्होंने कहा कि उस दिन उनकी तबीयत खराब थी। सीबीआई में प्रावधान है कि वरिष्ठ नागरिक को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत होने पर उसके आवास पर पूछताछ की जा सकती है। बावजूद इसके उन्हें समन जारी किया गया।

रावत ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आखिर उत्तराखंड में ऐसा कौन-सा भ्रष्टाचार हो गया कि उन्हें समन करने की नौबत आ गई। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर दुर्भावना के साथ काम करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने खुद के खिलाफ कथित स्टिंग पर कहा कि वह स्टिंग नहीं, एक राजनीतिक साजिश थी।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का नाम लिए बगैर रावत ने कहा कि उनके पास यह कहने के लिए पुख्ता सबूत नहीं हैं कि डोभाल उनके विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल थे। लेकिन वह इतना जरूर कह सकते हैं कि डोभाल के बेटे शक्ति परीक्षण के पहले कांग्रेस के एक विधायक से मिलने आए थे।

उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के सवाल पर रावत ने कहा कि उत्तराखंड ने केंद्र सरकार को ऐसा सबक सिखाया है कि अब आगे से भाजपा राजनीतिक साजिश के तहत कहीं भी धारा 356 का इस्तेमाल करने से पहले सोचेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस सबक से कई राज्य अरुणाचल बनने से बच गए।

रावत ने उत्तराखंड में समय पूर्व चुनाव की किसी भी संभावना को खारिज करते हुए कहा कि हमें पता है कि अभी चुनाव कराए गए तो हमें अच्छा बहुमत मिल सकता है, लेकिन फिलहाल राज्य को चुनाव में नहीं धकेलेंगे। पिछले दो महीने में उत्तराखंड की जनता का बहुत नुकसान हुआ है और पहली प्राथमिकता इसकी भरपाई करनी है, राज्य में रुके विकास कार्यों को आगे बढ़ाना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा और राज्य में कई अच्छे विधायक हैं, जिन्हें काम करने का मौका मिलना चाहिए। बीएसपी विधायकों के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें मंत्री बनाने का फैसला वह नहीं ले सकते और इस पर मायावती की तरफ से ही निर्णय आएगा। रावत ने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी में उन्हें दिवंगत इंदिरा गांधी की छवि दिखती है।

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