लखनऊ में नाका में अधिवक्ता श्रवण कुमार वर्मा की हत्या से भड़के वकीलों ने जमकर हंगामा किया.हत्या के विरोध में जनपद लखनऊ के समस्त न्यायालयों में बुधवार को कार्य बहिष्कार कर दिया गया. इसके बाद बड़ी संख्या में वकील हत्यारों की गिरफ्तारी और डीएम-एसएसपी को सस्पेंड करने की मांग को लेकर हाईकोर्ट के करीब दोपहर में रोडजाम कर प्रदर्शन करने लगे.
आक्रोशित वकीलों ने यहां कई गाड़ियां भी फूंक डाली. यहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई है.गुस्साए वकीलों ने स्वास्थ्य भवन के बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी. कई टायरों में भी आग लगा दी. वकीलों ने सरकारी गाड़ियों पर भी पत्थर चलाए.वकीलों के सामने जो पड़ा उसे निशाना बनाया. उन्होंने सड़कों पर सपा के बैनर और होर्डिंग्स फूंक डाले और पुलिस बूथों पर भी आग लगा दी.
इसी बीच रोडवेज की दो बसों सहित कई वाहनों में आग लगा दी गई. करीब तीन घंटे तक हंगामा चलते रहने पर भारी पुलिस बल के साथ डीएम राजशेखर और एसएसपी राजेश कुमार पांडेय अन्य अधिकारियों और पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे तो उन पर भी पत्थर फेंके गए. हालात इस कदर बिगड़े कि हाईकोर्ट की तरफ आने वाले तकरीबन सभी रास्तों पर आने-जाने वाले फंस गए.
इस बीच हाईकोर्ट के समीप स्थित स्वास्थ्य निदेशालय के कर्मियों और वकीलों में झड़प हो गई. दोनों पक्षों में जमकर ईंट-पत्थर चले. निदेशालय में मौजूद कई वाहनों में आग भी लगा दी गई. इस दौरान एक मीडियाकर्मी को पीट भी दिया गया. इसके बाद पुलिस ने किसी तरह से स्थिति को नियंत्रित किया.
गौरतलब है कि नाका थाना क्षेत्र के गणेशगंज सराय फाटक स्थित श्रीप्रणामी मंदिर में रहने वाले बाराबंकी के अधिवक्ता श्रवण कुमार वर्मा (38) की हत्या के बाद शव पास ही स्थित विकास अरोड़ा के मकान के बाहर नाली में ठूंस दिया गया था.मंगलवार सुबह अधिवक्ता का अर्द्धनग्न शव देखकर हड़कंप मच गया था. माथे व सिर पर चोट थी, जबकि हाथ-पैर व पेट में खरोंच के निशान मिले थे.