दिल्ली के आबकारी नीति घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय ने आम आदमी पार्टी के एमसीडी चुनाव प्रभारी और राजिंदर नगर के विधायक दुर्गेश पाठक को तलब किया है।दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया कि ईडी ने दुर्गेश पाठक को तलब किया है और जांच एजेंसी की आलोचना करते हुए पूछा है कि क्या उनका उद्देश्य शराब नीति के बजाय एमसीडी चुनावों को निशाना बनाना है।
सिसोदिया ने ट्वीट किया उनका लक्ष्य आबकारी नीति या आगामी एमसीडी चुनाव है।ईडी ने अभी इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो की एफआईआर के आधार पर है।सीबीआई ने अपनी एफआईआर में सिसोदिया को आरोपी नंबर वन बनाया है।
सीबीआई ने एफआईआर आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 477-ए (खातों का जालसाजी) के तहत दर्ज की है। सिसोदिया पर आरोप है कि शराब कारोबारियों को कथित तौर पर 30 करोड़ रुपये की छूट दी गई। लाइसेंस धारकों को उनकी इच्छा के अनुसार विस्तार दिया गया। आबकारी नियमों का उल्लंघन कर नियम बनाए गए।
एफआईआर, जिसे आईएएनएस ने एक्सेस किया है, उसमें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, तत्कालीन आयुक्त (आबकारी) अरवा गोपी कृष्ण, तत्कालीन उपायुक्त (आबकारी) आनंद तिवारी और सहायक आयुक्त (आबकारी) पंकज भटनागर ने वर्ष 2021-22 के लिए आबकारी नीति से संबंधित निर्णय लेने और सक्षम प्राधिकारी के मंजूरी के बिना लाइसेंसधारियों को लाभ देने के इरादे से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।