चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। वांग ने पहली बार डोभाल से साउथ ब्लॉक में उनके कार्यालय में मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने और जयशंकर ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की।चीनी मंत्री रात करीब 8 बजे काबुल से दिल्ली पहुंचे। सूत्रों के अनुसार व्यापार और लद्दाख में लंबित सीमा विवाद वार्ता में शामिल होंगे।
दो साल पहले दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के बाद से किसी उच्च स्तरीय चीनी राजनयिक की भारत की यह पहली यात्रा है।इस मुद्दे को सुलझाने के लिए अब तक 15 दौर की सैन्य वार्ता हो चुकी है।वांग का दिल्ली दौरा उनके दक्षिण एशिया दौरे का हिस्सा है, जिसके तहत वह काबुल और पाकिस्तान गए, जहां उन्होंने जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया।
इस्लामाबाद में इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक के दौरान वांग ने कहा कि कश्मीर पर, हमने आज फिर से अपने कई इस्लामी दोस्तों की पुकार सुनी है और चीन भी उसी उम्मीद को साझा करता है।हालांकि भारत ने कश्मीर के लिए अनावश्यक संदर्भ को खारिज कर दिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बुधवार को कहा केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर से संबंधित मामले पूरी तरह से भारत के आंतरिक मामले हैं। चीन सहित अन्य देशों के पास टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।दिल्ली के बाद वांग शुक्रवार से नेपाल की यात्रा पर रहेंगे।