आज से मध्य प्रदेश में केंद्रीय मंत्रियों की आशीर्वाद यात्रा शुरू होगी. बता दें कि आज केंद्रीय मंत्री एसपीएस बघेल दतिया से अपनी यात्रा की शुरुआत करेंगे. वह सबसे पहले दतिया में पीतांबरा माई के दर्शन करेंगे और उसके बाद अपनी यात्रा की शुरुआत करेंगे.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 17 अगस्त से और वीरेंद्र खटीक 19 अगस्त से अपनी आशीर्वाद यात्रा शुरू करेंगे.आशीर्वाद यात्रा के प्रभारी और भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवान दास सबनानी ने बताया था कि बीते दिनों हुए मोदी कैबिनेट के विस्तार के बाद विपक्ष की हठधर्मिता के कारण नए केंद्रीय मंत्रियों का सदन में परिचय नहीं होने दिया गया.
ऐसे में भाजपा के ये नए मंत्री अब जनता के बीच जाकर उनका आशीर्वाद लेंगे और केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रहीं विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी जनता तक पहुंचाएंगे.केंद्रीय मंत्री एसपीएस बघेल अपनी यात्रा दतिया से शुरू कर तीन जिलों और तीन लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे.
उनकी यह आशीर्वाद यात्रा 122 किलोमीटर की होगी और ग्वालियर में खत्म होगी. इस दौरान वह 10 कार्यक्रमों में भाग लेंगे. अपनी यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री संत-महात्माओं, शहीदों के परिजनों, प्रबुद्धजनों, कलाकारों, खिलाड़ियों से मुलाकात करेंगे. वह कई स्मारकों, धार्मिक स्थलों पर भी जाएंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ज्योतिरादित्य सिंधिया की आशीर्वाद यात्रा देवास से शुरू होकर चार जिलों और 4 लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी. सिंधिया की यह यात्रा 584 किलोमीटर की होगी. 4 दिन की इस यात्रा में सिंधिया 78 कार्यक्रमों में भाग लेंगे.
सिंधिया के साथ सीएम शिवराज भी यात्रा में शामिल होंगे. दोनों नेता खरगोन में साथ यात्रा करेंगे.केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक अपनी आशीर्वाद यात्रा 19 अगस्त से ग्वालियर से शुरू करेंगे. खटीक की यह यात्रा 7 जिलों और 7 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरेगी.
5 दिन की इस यात्रा में वीरेंद्र खटीक 589 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे और 105 कार्यक्रमों में भाग लेंगे. केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा भी होंगे.बता दें कि भाजपा देश के 22 राज्यों में ऐसी आशीर्वाद यात्रा निकालेगी. जिनमें केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे.
यह यात्रा 19567 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और 22 राज्यों, 212 लोकसभा क्षेत्रों और 265 जिलों से होकर गुजरेगी. केंद्रीय मंत्रियों की इन आशीर्वाद यात्राओं के दौरान 1663 छोटे-बड़े कार्यक्रम होंगे. खास बात ये होगी कि हर मंत्री अपना जिला और अपना लोकसभा क्षेत्र छोड़कर अन्य जिलों और लोकसभा क्षेत्रों में लोगों से मिलेंगे.