प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के महोबा से उज्जवला 2.0 का वर्चुअल शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने एलान किया कि अब गैस कनेक्शन के लिए एड्रेस प्रूफ की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा बुंदेलखंड सहित पूरे यूपी और दूसरे राज्यों के हमारे अनेक साथी, काम करने के लिए गांव से शहर जाते हैं, दूसरे राज्य जाते हैं।
लेकिन वहां उनके सामने एड्रेस के प्रमाण की समस्या आती है। ऐसे ही लाखों परिवारों को उज्जवला 2.0 योजना सबसे अधिक राहत देगी।प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे श्रमिक साथियों को एड्रेस के प्रमाण के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है। सरकार को आपकी ईमानदारी पर पूरा भरोसा है।
आपको अपने पते का सिर्फ एक सेल्फ डेक्लेरशन, यानि खुद लिखकर देना है और आपको गैस कनेक्शन मिल जाएगा।उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां घर और रसोई से बाहर निकलकर राष्ट्रनिर्माण में व्यापक योगदान तभी दे पाएंगी, जब पहले घर और रसोई से जुड़ी समस्याएं हल होंगी। इसलिए, बीते 6-7 सालों में ऐसे हर समाधान के लिए मिशन मोड पर काम किया गया है।
कहा कि आज उज्जवला योजना के दूसरे चरण की शुरूआत भी वीर भूमि महोबा से हो रही है। आज मैं बुंदेलखंड की एक और महान संतान को याद कर रहा हूं। मेजर ध्यान चंद, हमारे दद्दा ध्यानचंद। देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार का नाम अब मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार हो गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत देशभर में करोड़ों शौचालय बनाए गए हैं।
बीते साढ़े 7 दशकों की प्रगति को हम देखते हैं तो हमें जरूर लगता है कि कुछ स्थितियां, कुछ हालात ऐसे हैं जिनको कई दशक पहले बदला जा सकता था। घर, बिजली, पानी, शौचालय, गैस, सड़क, अस्पताल, स्कूल, ऐसी अनेक मूल आवश्यकताएं हैं, जिनकी पूर्ति के लिए दशकों का इंतजार देशवासियों को करना पड़ा।
गरीब के घर का चूल्हा हमेशा जलता रहे। जितनी भी योजनाएं हैं, उन सभी का लाभ गरीबों को मिलता रहे। आज आप सभी माताओं-बहनों से बात करने का मौका मिला। मुझे खुशी है थोड़े दिन बाद रक्षाबंधन का पावन पर्व आ रहा है। मुझे पहले ही आप सभी बहनों से बात करके आपका आशीर्वाद प्राप्त हुआ है।
उज्जवला योजना ने देश की जितनी महिलाओं का जीवन रोशन किया है वो अभूतपूर्व है। ये योजना 2016 में मंगल पांडे की धरती बलिया से शुरू हुई थी।केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि उज्जवला योजना के तहत उत्तर प्रदेश में डेढ़ करोड़ नए कनेक्शन दिए गए हैं। पेट्रोलियम मंत्री ने कि उज्जवला 2.0 की शुरूआत महोबा की वीर भूमि से हो रही है।
उन्होंने कहा उज्जवला योजना महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाएगी। यह योजना महिलाओं के जीवन को उज्जवल कर रही है। उनका सामाजिक और स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। उज्जवला योजना में प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष प्रावधान किया गया है। 2016 में 55 फीसद लोगों के पास कनेक्शन थे आज सभी के पास हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने कहा कि उज्जवला योजना के जरिए उत्तर प्रदेश की महिलाओं के जीवन में नया सवेरा हुआ है। पीएम मोदी की इस योजना से करोड़ों महिलाओं का जीवन बदल गया है। आज से छह वर्ष पूर्व बलिया की धरती से उज्जवला योजना को शुरू किया था, इस योजना ने सभी नागरिकों के जीवन मे बदलाव लाने का कार्य किया। पहले चरण में डेढ़ करोड़ लाभार्थियों को इसका लाभ मिला।