छत्तीसगढ़ में आज से सरकारी और निजी स्कूल खुल गए हैं. हालांकि अभी सिर्फ 10वीं और 12वीं की कक्षाएं ही संचालित की जाएंगी. फिलहाल 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं की कक्षाएं संचालित नहीं होंगी.सरकार ने स्कूल खोलने की अनुमति दे दी है लेकिन कोरोना गाइडलाइंस का पालन अनिवार्य किया है.
यही वजह है कि स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो, इसके लिए प्रार्थना सभा नहीं होगी. छात्र-छात्राओं की अनुपस्थिति अनिवार्य भी नहीं की गई है. मास्क पहनकर आने पर ही स्कूल में एंट्री मिलेगी. साथ ही अभी स्कूल बसों की भी अनुमति नहीं दी गई है और छात्र-छात्राओं को खुद स्कूल आना होगा.
सरकार के निर्देशों के अनुसार, अभी 50 फीसदी बच्चों को ही स्कूल बुलाया जा सकता है ताकि कक्षाओं के दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो. गौरतलब है कि अभी उन्हीं इलाकों में स्कूल खोले जा सकते हैं, जहां कोरोना की संक्रमण दर एक फीसदी से कम है.
प्राथमिक स्कूलों को खोलने के लिए सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत और पालक समिति की अनुशंसा को अनिवार्य किया है. वहीं शहरी क्षेत्रों में पार्षद और पालक समितियों की अनुशंसा जरूरी होगी. बता दें कि बीते दिनों सीएम भूपेश बघेल की अध्यक्षता में बैठक हुई थी, जिसमें स्कूल-कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को खोलने का फैसला लिया गया था.
राज्य में आंगनबाड़ी केंद्र 26 जुलाई से संचालित होने शुरू हो चुके हैं. आज से स्कूल भी खुल गए हैं. पहले से चल रहीं ऑनलाइन कक्षाएं भी चलती रहेंगी ताकि जो छात्र स्कूल नहीं आ रहे हैं, वो ऑनलाइन ही घर बैठे पढ़ाई कर सकें.
कोरोना महामारी के चलते बीते एक साल से स्कूल बंद हैं. यही वजह है कि स्कूल खुलने पर छात्रों में उत्साह का माहौल दिखाई दिया. रायपुर के होली क्रास स्कूल के 12वीं कक्षा के एक छात्र ने एएनआई से बातचीत में कहा कि हम अपने दोस्तों और अध्यापकों से मिलने के लिए बहुत उत्साहित हैं.
हम लंबे समय के बाद स्कूल जा रहे हैं और काफी अच्छा लग रहा है.पंजाब में भी आज से स्कूल खुल गए हैं. यहां दो पालियों में स्कूल खुलेंगे. पहली पाली में पहली से 10वीं तक के बच्चे स्कूल आएंगे. वहीं दूसरी पाली में 12वीं के बच्चे स्कूल आएंगे.
छात्रों को अपना सैनिटाइजर, मास्क पहनना अनिवार्य होगा. सभी टीचर्स को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. साथ ही अभी 50 फीसदी बच्चों को ही स्कूल आने की अनुमति दी गई है. वहीं ऑनलाइन कक्षाएं पहले की तरह चलती रहेंगी.