दिल्ली में कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी होने तक नहीं खुलेंगे स्कूल

दिल्ली में फिलहाल स्कूल नहीं खोले जाएंगे। दिल्ली में कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती तब तक कोई खतरा मोल नहीं लिया जा सकता है। गुरुवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी स्कूल खोलने का कोई विचार नहीं है।

जब तक वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती है, तब तक हम बच्चों के साथ कोई खतरा मोल नहीं ले सकते हैं।स्कूल खोलने के सवाल पर सीएम ने कहा कि हम कोरोना के संभावित तीसरी लहर का अंतरराष्ट्रीय ट्रेंड देख रहे हैं कि तीसरी लहर आने की संभावना है।

इसलिए जब तक वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती है, तब तक हम बच्चों के साथ कोई खतरा मोल नहीं ले सकते हैं।इसके साथ ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को ही पश्चिम विहार स्थित पालीक्लिनिक पर न्यूमोकोकल कोंजूगेट वैक्सीन (पीसीवी) का आरंभ किया। सीएम ने कहा कि बच्चों को न्यूमोनिया, मैनिनजाइटिस, सेप्सिस आदि कई गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए दिल्ली में न्यूमोकोकल वैक्सीन लगना शुरू हो गया है।

यह टीका बहुत महंगा है, पर सभी सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरी में यह टीका मुफ्त लगेगा।दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि बच्चों को गंभीर बीमारियों और मौत के खतरे से बचाने के लिए दिल्ली सरकार आज से 600 केंद्रों पर मुफ्त में यह कार्यक्रम शुरू कर रही है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने न्यूमोकोकल कोंजूगेट वैक्सीन का शुभारम्भ के उपरांत कहा कि गुरुवार को पश्चिम विहार के इस पॉलीक्लिनिक में हम लोगों ने बच्चों को जो टीके लगाए जाते हैं, उसके लिए एक नए किस्म के टीके की शुरूआत की है।

अभी तक दिल्ली में 12 बीमारियों के टीके बच्चों को लगाए जाते हैं। आज से यह न्यूमोनिया के लिए टीका लगाया जा रहा है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों की निमोनिया की वजह से मृत्यु हो जाया करती थी।

अब यह जो नए किस्म की वैक्सीन आई है, इसके लगने के बाद न्यूमोनिया की वजह से बच्चों की मृत्यु नहीं हुआ करेगी। यह वैक्सीन केवल न्यूमोनिया नहीं, बल्कि मैनिनजाइटिस समेत कई बीमारियों से बच्चों की सुरक्षा करेगा।

अभी आज हमने पहला इंजेक्शन लगाया है। पूरी दिल्ली में इस तरह के करीब 600 सेंटर हैं। जहां पर बच्चों को वैक्सीन लगाई जाती है।शुक्रवार से यह वैक्सीन सभी 600 सेंटर पर बच्चों को लगनी शुरू हो जाएगी। यह इंजेक्शन बहुत महंगा है। डेढ़ हजार से छह हजार के बीच में इसका एक इंजेक्शन आता है और एक बच्चे को तीन इंजेक्शन लगाए जाते हैं।

इसलिए एक आम आदमी के लिए इस इंजेक्शन को लगवा पाना बड़ा मुश्किल है। लेकिन दिल्ली सरकार यह सारे इंजेक्शन बच्चों को निशुल्क लगाएगी। स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिल्ली सरकार जो रोज नए कदम उठा रही है, यह उसी दिशा में एक और कदम है, जिससे लोगों को फायदा मिलेगा।

Check Also

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को दिया एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 तक एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *