मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने केंद्रीय योजनाओं को रोका और जय श्री राम के नारे का विरोध किया।उन्होंने कहा मैं बंगाल सरकार को बताना चाहता हूं और ममता दीदी से अनुरोध करता हूं कि यूपी में एक सरकार थी, जिन्होंने अयोध्या में भगवान राम के भक्तों पर गोलियां चलवाई थी।
आप अब उस सरकार की हालत देख सकते हैं। अब बंगाल में टीएमसी सरकार की बारी है।योगी ने कहा जब प्रधानमंत्री पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के पीड़ित प्रताड़ित हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों और ईसाईयों संरक्षण और सुरक्षित ठिकाना देने के लिए कानून बनाते हैं और उसे भारत में लागू करते हैं तो बंगाल में हिंसा क्यों होती है? ये हिंसा सत्ता प्रायोजित क्यों है।
जब पीड़ित और प्रताड़ित मानवता को शरण देने की बात होती है तो यहां की सरकार विरोध करती है। जब घुसपैठियों को बाहर करने की बात होती है तो यहां की सरकार तिलमिला जाती है। यहां की सरकार घुसपैठियों के साथ है उसे यहां की जनता के साथ कुछ लेना देना नहीं।
उन्होंने कहा आज बंगाल में दुर्गा पूजा पर प्रतिबंध है, ईद के दौरान जबरदस्ती गोहत्या कर दी जाती है। लोगों की भावनाओं को गाय की तस्करी के माध्यम से खिलवाड़ किया जाता है। राज्य सरकार चुप रहती है। अब ‘जय श्री राम’ के नारे पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास किया जाता है और हमले किए जाते हैं।
लव जिहाद को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाया। बंगाल सरकार गाय तस्करी और लव जिहाद को रोकने में असमर्थ है, जो आने वाले समय में खतरनाक परिणाम दिखाएंगी।
पश्चिम बंगाल में बीजेपी के स्टार प्रचारकों में से एक आदित्यनाथ चुनाव प्रचार के दौरान कम से कम एक दर्जन रैलियों को संबोधित करेंगे। पश्चिम बंगाल विधानसभा का 294 सीटों का चुनाव 27 मार्च से शुरू होगा। मतों की गिनती 2 मई को होगी। भाजपा टीएमसी के एक दशक के लंबे कार्यकाल को समाप्त करने के लिए दृढ़ है।
हालांकि टीएमसी की तरफ से दावा किया गया है कि बीजेपी चुनाव में दोहरे अंकों के निशान को भी पार नहीं कर पाएंगी।पश्चिम बंगाल में एक छोटी राजनीतिक पार्टी होने के बावजूद बीजेपी 2019 में राज्य में एक बड़ी राजनीतिक ताकत के रूप में उभरी, उस साल हुए आम चुनावों के दौरान बीजेपी ने 42 में से 18 संसदीय सीटें हासिल कीं।