गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिरने से 23 लोगों की हुई मौत

गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट परिसर में छत गिरने से 23 लोगों की मौत हो गई और 15 से अधिक लोग घायल हो गए।घायलों को मुरादनगर, मोदीनगर और गाजियाबाद के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर शोक जताया है।

मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने भी लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया और शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपए की अर्थिक सहायता देने का ऐलान किया।

उन्होंने इस घटना के संबंध में उच्चस्तरीय जांच का आदेश देते हुए मेरठ के मंडलायुक्त एवं एडीजी, मेरठ जोन को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि तड़के से हो रही तेज बारिश के कारण मुरादनगर में उखलारसी बंबामार्ग पर स्थित श्मशान घाट परिसर की छत और दीवार गिर गई।

उन्होंने बताया कि इस घटना में 23 लोगों की मौत हो गई है और 15 से अधिक लोग घायल हो गये।पुलिस ने बताया कि जब छत गिरी, तो बारिश से बचने के लिए सभी लोग उसके नीचे खड़े थे। इनमें से अधिकतर लोग जयराम के रिश्तेदार थे, जिनका उस वक्त वहां अंतिम संस्कार हो रहा था।

हादसे की सूचना मिलते ही गाजियाबाद के अलग-अलग थानों से बचाव के लिए फोर्स पहुंच गई और एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में जुट गई।इस हादसे में जोगेन्द्र, ओमकार, बंटी, दिग्विजय समेत 18 की पहचान कर ली गई है। करीब 5 माह पूर्व नगर पालिका परिषद द्वारा इस छत का निर्माण कराया गया था।

छत आठ पिलरों पर टिकी थी। छत श्मशान के मुख्य गेट से लेकर क्रियाकर्म स्थल तक डाला गया था। जिस वक्त हादसा हुआ, उस वक्त छत के नीचे क्रियाकर्म की रस्म चल रही थी और बारिश के कारण सभी लोग छत के नीचे खड़े थे।

हादसे की सूचना पर एनडीआरएफ की दो टीमें तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। इस मामले में एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि दो टीमों में लगभग 70 से अधिक जवानों को रेस्क्यू के लिए लगाया गया है।

साथ ही राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ अपने सभी दस्तों की मदद ले रहा है। आईजी जोन प्रवीन कुमार ने बताया कि हादसे की उच्चस्तरीय जांच कर शीघ्र ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। घटनास्थल पर क्षेत्रीय विधायक अजीतपाल त्यागी, जिलाधिकारी, एसएसपी आदि कई बडे अधिकारी मौजूद थे।

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