नेपाल की राजधानी काठमांडू में 3 धमाके हुए हैं. इनमें 4 लोगों की मौत हुई है. जबकि सात अन्य घायल हुए हैं. अभी तक इन धमाकों के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. इस पर नेपाल पुलिस का कहना है कि ऐसी आशंका है कि इन धमाकों के पीछे माओवादी संगठनों का हाथ होने की आशंका है.
पुलिस का यह भी कहना है कि इन धमाकों के पीछे के कारण जानने के लिए भी जांच जारी है.पहला ब्लास्ट काठमांडू शहर के बीचोंबीच के इलाके में हुआ. घातेकुलो रिहायशी इलाके में स्थित एक घर पर हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की जान गई.
स्थानीय लोगों के अनुसार धमाका इतना जोरदार था कि इससे मकान की दीवारें तक क्षतिग्रस्त हो गईं. इसके बाद दूसरा धमाका काठमांडू शहर के बाहरी इलाके सुकेधारा में हुआ. तीसरा धमाका थानकोट क्षेत्र में हुआ. 3 धमाकों में तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
जबकि एक व्यक्ति की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई. पुलिस अधिकारी श्याम लाल ग्यावली के अनुसार पहले धमाके वाले स्थान से माओवादी संगठनों से जुड़े कुछ पर्चे बरामद हुए हैं. उनका कहना है कि आशंका है कि इन धमाकों के पीछे उन माओवादी संठठनों को हाथ हो, जो सरकार की खिलाफत में हैं.
पुलिस अधिकारी का कहना है कि इस मकान को माओवादी संगठन बम बनाने में इस्तेमाल करता था. एक घायल व्यक्ति भी उनका समर्थक है.बता दें कि पिछले महीने ईस्टर के मौके पर श्रीलंका में नौ आत्मघाती बम धमाके हुए थे. आत्मघाती हमलावरों ने देश को हिलाकर रख दिया था.
इन आतंकवादी हमलों में 258 लोग मारे गए थे और 500 से अधिक लोग घायल हो गए थे. श्रीलंकाई पुलिस ने धमाकों के मामले में स्थानीय इस्लामिक समूह नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) और उसके एक सरगना जाहरान कासिम से कथित रूप से जुड़े पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया था.