आपने अक्सर लड़की के कंरट मारने की कहावत तो सुनी है लेकिन आज हम आपको बताते है एक ऐसी लड़की की सच्चाई जो सचमुच का करंट मारती थी….इस लड़की का नाम था जेलिमी जेनी। जेनी का जन्म लगभग एक शताब्दी पूर्व बर्लिन के एक छोटे से गांव में हुआ था। जेनी के शरीर से इतना करंट निकलता था कि एक बार डाक्टर ने उसे छुआ तो उसे ऐसा करंट लगा कि वह चार घंटे तक बेहोश रहा, और एक बार जेनी ने एक बिल्ली को उठाया तो वह बिल्ली पहले तो बेहोश हुई और बाद में उसकी मौत हो गई। जेनी परीक्षा के दिनों में लाइट जाने पर सौ वाट के बल्ब को एक हाथ में पकड़ती थो और वो जल उठता था तब जेनी अपनी पढ़ाई पूरी करती थी।
दरअसल जेनी जब अपनी मां के कोख में थी तो उसकी मां को कारखाने में काम करते हुए बिजली का जोरदार करंट लगा था। डॉक्टरों के मुताबिक उस वक्त वो करंट जेनी के विकासशील शरीर में समा गया इसी कारण जेनी के जिस्म में बिजली जमा होने लगी। जब जेनी किशोरावस्था में पहुंची तो उसके शरीर में जमा हुई बिजली एक शक्ति के रुप में बाहर आ गई। इसी कारण वह अपने स्पर्श से सौ वाट का बल्ब जला दिया करती थी। दो साल बाद 1903 में जेनी अचानक कहीं लापता हो गई काफी खोजबीन के बाद भी जेनी का कुछ पता नहीं चला।
इंडिया हल्ला बोल