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12-17 साल के बच्चों पर 100% कारगर है मॉडर्ना का टीका

भारत में तीसरी लहर की चेतावनी दी जा रही है, जिसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर हो सकता है. हालांकि बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन को लेकर खुशखबरी मिली है और मॉडर्ना ने दावा किया है कि उसकी वैक्सीन 12 से 17 साल के उम्र के बच्चों पर प्रभावी है.

मॉडर्ना ने अपनी वैक्सीन के बच्चों पर हुए दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजे घोषित किए हैं. USA टूडे की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने दावा किया है कि मॉडर्ना वैक्सीन की पहली डोज 12 से 17 साल के बच्चों में कोविड-19 के खिलाफ 93 प्रतिशत प्रभावी है और दूसरी खुराक लगने के दो सप्ताह बाद 100 प्रतिशत प्रभावी व सुरक्षित पाई गई है.

मॉडर्ना के ट्रायल में 12 से 17 साल के 3732 बच्चों को शामिल किया गया, इनमें से 2488 बच्चों को दोनों डोज लगाई गई. कंपनी का कहना है कि वैक्सीन के दोनों डोज लेने वाले बच्चों में कोरोना के लक्षण सामने नहीं आए हैं.

नतीजे आने के बाद मॉडर्ना ने कहा कि वह अपनी वैक्सीन को बच्चों के लिए मंजूरी दिलाने के लिए अमेरिका की रेगुलेटर बॉडी FDA के पास जून में अप्लाई करेगी.अमेरिका में इसी महीने 12 से 15 साल के बच्चों के लिए फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन को मंजूरी दी गई है.

अब अगर मॉडर्ना को मंजूरी मिल जाती है तो यह अमेरिका में बच्चों के लिए दूसरी वैक्सीन होगी. बता दें कि शुरू में फाइजर की वैक्सीन को 16 साल से ज्यादा उम्र के लोगों पर इस्तेमाल के लिए इजाजत दी गई थी. वहीं, मॉडर्ना की वैक्सीन को 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों लगाने की मंजूरी दी गई थी.

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